सुशील ने घर पर पूजा अर्चना

लंदन ओलंपिक में इतिहास रचकर पहलवान सुशील कुमार मंगलवार की सुबह बापडौला गांव स्थित अपने घर पहुंच गए। उनका गांव पहुंचने पर इलाके के अनेक गांवों के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। सुशील ने सवागत करने आए सभी ग्रामीण बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं अपने हम उम्र साथियों को गले लगाया।

ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीतकर सुशील कुमार इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से सीधे पालम गांव स्थित अपने कूल देवता दादा देव मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे। यहां उन्होंने अपने परिजनों के साथ पूजा अर्चना की। यहां उनके स्वागत के लिए पालम एवं आसपास के गांवों के लोग भारी संख्या में उपथित थे।

उन्होंने सुशील कुमार का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। पालम के बाद सुशील कुमार ने नजफगढ़ स्थित साईं बाबा मंदिर में भी पूजा अर्चना की। यहां भी उनका स्वागत करने और उनकी एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में इलाके के लोग उपस्थित थे। बापडौला जाने के दौरान नजफगढ़ के लोगों ने जगह-जगह उनका स्वागत किया।

खिलाड़ियों को दिया सफलता का दिया मंत्र
ओलंपिक के इतिहास में एक के बाद एक करके दो पदक जीतने वाले सुशील पहलवान ने अपनी सफलता के लिए अपने परिजनों एवं गुरुओं को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि वह उनकी बदौलत आज इस मुकाम पर पहुंचे है और यह सब उनका निरंतर सम्मान करने के चलते हो सका।

उन्होंने देश तमाम खिलाड़ियों से आह़वान किया कि परिजन एवं गुरू उनको ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए अपना सब कुछ झोंक देते है। इस कारण उनका जीतना सम्मान किया जाए उतना ही कम होगा।

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