बुंदेलखण्ड सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का बरेठी में हुआ शिलान्यास

18 हजार करोड़ की लागत से बनेगा संयंत्र
प्रथम चरण में 2640 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा
म0प्र0बिजली उत्पादन में बना रहेगा आत्मनिर्भर: उर्जा मंत्री शुक्ल
a1a2छतरपुर / जिले के ग्राम बरेठी में आज एनटीपीसी के बुंदेलखण्ड सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम केंद्रीय उर्जा राज्य मंत्री ;स्वतंत्र प्रभारद्ध श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्री अधीर रंजन चौधरी, म0प्र0 शासन के उर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, राज्य सभा सांसद श्री सत्यव्रत चतुर्वेदी, सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक, विधायक सर्वश्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक, कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा, आर डी प्रजापति, दिनेश अहिरवार, कुंवर सिंह टेकाम, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एनटीपीसी लिमिटेड डॉ. अरूप राय चौधरी, भारत सरकार में विद्युत सचिव श्री पी के सिन्हा मंचासीन थे।
केंद्रीय उर्जा मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बुंदेलखण्ड सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट से बुंदेलखण्ड के साथ-साथ समूचे प्रदेश एवं देश का विकास होगा। विकास के लिये केंद्र एवं राज्य सरकार को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में 660 मेगावाट की 4 यूनिट लगाई जायेंगी। इन इकाईयों से कुल 2 हजार 640 मेगावाट विद्युत का उत्पादन होगा। इस पर 18 हजार करोड़ रूपये की लागत आयेगी। उन्होंने बताया कि तेरहवीं पंचवर्षीय योजना में यह कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह म0प्र0 का विंध्याचल के बाद दूसरा सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा।
म0प्र0 के उर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। 2640 मेगावाट विद्युत क्षमता के सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के निर्माण से बुंदेलखण्ड के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि म0प्र0 में उर्जा की कोई कमी नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बिजली कटौती को कम करने का संकल्प लिया था। इसी संकल्प के तहत अटल ज्योति अभियान के द्वारा प्रदेश में 24 घंटे घरेलू बिजली प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे घरेलू बिजली देने के बाद भी प्रदेश में 9 प्रतिशत् अधिक बिजली उपलब्ध है। वर्तमान में प्रदेश में 11 हजार 400 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि म0प्र0 को बिजली खरीदने की आवश्यकता नहीं है। म0प्र0 बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि 2020 तक प्रदेश में विद्युत उत्पादन की क्षमता 20 हजार मेगावाट तक पहुंच जायेगी। भारत सरकार के विद्युत सचिव श्री पी के सिन्हा ने जानकारी देते हुये कहा कि बुंदेलखण्ड सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट से 50 प्रतिशत् बिजली मध्य प्रदेश को एवं 35 प्रतिशत् बिजली उत्तर प्रदेश को मिलेगी। पंद्रह प्रतिशत् की अतिरिक्त बिजली भारत सरकार के पास अनअलोकेटेड पावर के रूप में रहेगी। इस प्रोजेक्ट के लिये 2 हजार 841 एकड़ भूमि अधिग्रहीत की गई है। परियोजना के लिये पानी का सा्रेत मझगांव व श्यामरी डेम हैं। कोयले की जरूरतें छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से पूरी की जायेंगी।
शिलान्यास समारोह के अवसर पर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्री अधीर रंजन चौधरी, राज्य सभा सांसद श्री सत्यव्रत चतुर्वेदी, सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक, क्षेत्रीय विधायक पुष्पेन्द्र नाथ पाठक एवं कुं0विक्रम सिंह नातीराजा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एनटीपीसी लिमिटेड डॉ. अरूप राय चौधरी ने दिया। कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. मसूद अख्तर, पुलिस अधीक्षक श्री ललित शाक्यवार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, एनटीपीसी कंपनी के पदाधिकारी, मीडियाकर्मी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
-संतोष गंगेले

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