महाराणा प्रताप शाखा के बार्षिकोत्सव में बडी संख्या में एकत्रित हुये स्वयंसेवक
दमोह / जिस प्रकार मां नर्मदा के प्रवाह में आकर कंकर भगवान शंकर का रूप ले लेता है ठीक उसी प्रकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आने के बाद व्यक्ति संस्कारित एवं राष्ट्रभक्त बन जाता है यह बात आरएसएस के विभाग प्रचारक उमेश जी ने कही। स्थानीय महाराणा प्रताप शाखा के बार्षिकोत्सव में उपस्थित बडी संख्या में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुये इन्होने कहा कि 1925 में नागपुर में डा.केशवराम बलिराम हेडगेवार द्वारा कुछ नन्हे मुन्हे बच्चों के साथ प्रारंभ किया गया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब एक विशाल बट वृक्ष बन कार्य कर रहा है। मुख्य वक्ता उमेश जी ने कहा कि डा.हेडगेवार ने देश एवं हिन्दु समाज की दुर्दशा देखते हुये चिंतन एवं मनन किया कि सम्पूर्ण समाज की कमजोरी क्या है? जातिवाद एवं समुदायों में बटे विशाल समाज को एक नई दिशा देने एवं एकजुट कर राष्ट्रोत्थान के कार्यों में लगाने हिन्दु एक है का भाव पैदा करने का लक्ष्य लेकर संघ की स्थापना की थी। इन्होने कहा कि विश्व के लगभग 80 देशों में इसका कार्य चल रहा है। देश में इस समय 40 हजार से अधिक शाखायें और 20 हजार से अधिक प्रभावी संस्कार केन्द्र चल रहे है तो वहीं डेढ लाख से अधिक सेवाकार्य के प्रकल्प चल रहे हैं। इन्होने संघ के द्वारा किये जा रहे समस्त कार्यों को विस्तार से रखते हुये कहा कि नित्य प्रति शाखा के माध्यम से स्वयंसेवकों में राष्ट्रोत्थान के लिये कार्य करने और सोचने का प्रशिक्षण और स्मरण ठीक उसी प्रकार कराया जाता है जिस प्रकार की एक विद्यालय में छात्रों को नित्य अध्यन कराया जाता है। इन्होने संघ के होने वाले प्रशिक्षण वर्गों के संबध में भी जानकारी देते हुये कहा कि लोगों में संघ के प्रति विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां है जिसको दूर नजदीक आकर ही किया जा सकता है। उमेश जी ने कहा कि स्वयंसेवकों के लिये शाखा एक मंदिर की तरह होती है जो हिन्दु समाज को संगठित करने के साथ नित्य राष्ट्रोत्थान के लिये चिंतन करने के लिये है। इन्होने कहा कि हमें यह कि प्रत्येक परिवार सुसंस्कारित हो प्रत्येक घर में अपनत्व और एक दूसरे के लिये प्रेम हो तथा हिन्दु मान्यताओं के अनुरूप ही हिन्दु परिवार का वातावरण हो। प्रत्येक घर में महापुरूषों के चित्र,तुलसी घर ,संध्या वंदन,अतिथि सम्मान के साथ ही अपने परिवार के साथ ही वार्ड,नगर,जिले,प्रदेश एवं देश के लिये कार्य करने वाली भावना हो। उमेश जी ने कहा कि लगातार शाखाओं में लोगों को जोडना तथा नयी शाखा को भी प्रारंभ करने की दिशा में भी कार्य चलते रहना चाहिये। कार्यक्रम का प्रारंभ परम पवित्र भगवा ध्वज लगाने के साथ ही उपस्थित स्वयंसेवकों ने समता,दण्डप्रहार,योग अभ्यास तथा घोष के वादन का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक समरसता विभाग के महाकौशल प्रांत प्रमुख बहादुर सिंह ने की। लगभग दो घंटे चले कार्यक्रम में वार्ड वासियों सहित गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। वहीं दमोह प्रचार प्रमुख डा.एल.एन.वैष्णव ने बतलाया कि आगामी 31 मार्च को बर्षप्रतिपदा हिन्दु नव बर्ष का समारोह प्रात: 8 बजे से स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर बालिका विद्यालय बस स्टेण्ड के पास आयोजित किया जायेगा। इन्होने बतलाया कि समस्त स्वयंसेवकों को पूर्ण गणवेश में आने को कहा गया है। विदित हो कि इस दिन आद्य सरसंघचालक प्रणाम होता है जो बर्ष में एक ही बार होता है।
Dr.Laxmi Narayan Vaishnava
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