दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता छोड़ने के बाद पहली बार माना है कि उनसे गलती हुई है। दिल्ली में मतदान के बाद केजरीवाल ने अपनी ये राय जाहिर की है। केजरीवाल ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में माना कि पार्टी को ज्यादा जोश में न आकर उन्हें इस्तीफा देने के लिए बेहतर समय का इंतजार करना चाहिए था।
केजरीवाल ने दिए इंटरव्यू में कहा, मुझे लगता है कि हमें अपने फैसले के पीछे का कारण बताने के लिए जनसभाएं करने के लिए कुछ और दिन लेने चाहिए थे और उसके बाद सरकार छोड़ी जा सकती थी। तुरंत लिए गए हमारे फैसले और जनता के साथ संवाद में कमी की वजह से बीजेपी और कांग्रेस को हमारे बारे में झूठी बातें फैलाने और हमारे ऊपर भगोड़े का ठप्पा लगाने का मौका मिल गया। उन्होंने कहा, हमने गलती की और भविष्य में हम इसे लेकर ज्यादा सतर्क रहेंगे।
केजरीवाल ने ये भी साफ किया कि सैंद्धांतिक तौर पर इस्तीफा देने के फैसले पर उन्हें कोई खेद नहीं, लेकिन वो ये मानते हैं कि यह फैसला उसी रात नहीं करना चाहिए था जब बीजेपी और कांग्रेस ने जनलोकपाल बिल का रास्ता रोका था। आपको याद दिला दें कि केजरीवाल ने फरवरी महीने में महज 49 दिन सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया था। अब तक सरकार छोड़ने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ही नहीं आम जनता के एक हिस्से में भी उनके फैसले को लेकर आलोचना हो रही थी।