नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के दूरदर्शन को दिए साक्षात्कार के कुछ हिस्से को काटे जाने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। उधर, प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार की चिंट्ठी ने अलग ही विवाद को जन्म दे दिया। देश के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक जवाहर सरकार ने माना है कि साक्षात्कार का कुछ हिस्सा काटा गया है। इतना ही नहीं उन्होंने प्रसार भारती को पूरी आजादी नहीं देने के लिए अप्रत्यक्ष रूप से सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी को जिम्मेदार ठहराया है। गौरतलब है कि दूरदर्शन प्रसार भारती के तहत काम करता है। बताया गया है कि साक्षात्कार को लेकर उठे विवाद के बाद जवाहर सरकार ने बोर्ड को एक पत्र लिखकर विवाद से खुद को अलग करते हुए कहा कि सब कुछ डीडी न्यूज की संपादकीय टीम पर छोड़ दिया गया था। सरकार का मानना है कि इस विवाद के कारण लोगों के बीच इस पब्लिक ब्रॉडकास्टर की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रसार भारती बोर्ड ने नए कदम उठाने के लिए मंत्रालय से और स्वायत्ता मांगी, लेकिन उसे यह आजादी नहीं मिली।