बनारस में मोदी को मिलेंगे 56 फीसदी वोट

Narendra modi 01भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट में अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को सिर्फ दस फीसद ही वोट मिलेंगे। इस बात का खुलासा आजतक के एक सर्वे में हुआ है। इंडिया टुडे ग्रुप-सिसरो पोल ने किए एक सर्वे में कहा कि नरेंद्र मोदी को पवित्र नगरी में उन्हें 56 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के अजय राय और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल से काफी आगे रहेंगे।

सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस के अजय राय को 15 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 10 प्रतिशत, समाजवादी पार्टी के कैलाश नाथ चौरसिया को 9 प्रतिशत और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार विजय जयसवाल को 7 प्रतिशत वोट मिलेंगे। सर्वे के दौरान जब लोगों से पूछा गया कि क्या वाराणसी से लड़ने के मोदी के निर्णय का फायदा बीजेपी को उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य हिन्दी भाषी राज्यों में मिलेगा तो 51 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया। वाराणसी उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का हिस्सा है और यहां की राजनीति का काफी असर बिहार के सटे हुए हिस्सों पर पड़ता है। बिहार में 12 मई को बची हुई छह सीटों पर मतदान होगा।

महत्वपूर्ण बात यह है कि मोदी को सभी समुदायों के 40 प्रतिशत से ज्यादा वोटरों का साथ मिलेगा। जाटव और मुसलमान इसके अपवाद हैं। जाटवों ने हमेशा बीएसपी का साथ दिया है और मुसलमान अमूमन कांग्रेस को वोट देते हैं। संभावना है कि यहां की पिछडी़ जातियों में 78 प्रतिशत गुजरात के सीएम का साथ देंगे। सर्वे के मुताबिक मोदी वाराणसी के 77 प्रतिशत ब्राह्मणों, 80 प्रतिशत राजपूतों, 81 प्रतिशत वैश्य समुदाय के लोगों, 76 प्रतिशत अन्य जातियों, 65 प्रतिशत कुर्मी-कोरी और 53 प्रतिशत दलितों की पसंद है। इस बार जाटवों में 44 प्रतिशत बीएसपी का साथ दे सकते हैं और 33 प्रतिशत बीजेपी का। मुसलमानों में 40 प्रतिशत कांग्रेस को, 21 प्रतिशत आम आदमी पार्टी को और 17 प्रतिशत बीजेपी को वोट दे सकते हैं। यहां के शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में बीतेपी के वोट शेयरों का अंतर बहुत ज्यादा नहीं है। पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों में 49 प्रतिशत और शहरों में 61 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है।

जब लोगों से यह पूछा गया कि वे किसे भारत का अगला प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं तो 57 प्रतिशत ने मोदी का नाम लिया, 12 प्रतिशत ने राहुल गांधी का और 10 प्रतिशत ने अरविंद केजरीवाल का। नौ प्रतिशत लोगों ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का नाम लिया जबकि 7 प्रतिशत ने बसपा चीफ मायावती का नाम लिया। यह सवाल पूछे जाने पर कि मोदी, राय और केजरीवाल में से कौन वाराणसी के लोगों और वहां की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझता है तो 52 प्रतिशत लोगों ने मोदी का नाम लिया।

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