नेताजी को भारत रत्न के खिलाफ परिजन

subhash chadra bossनेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिजनों ने भारत सरकार से नेताजी को भारत रत्न देने के बजाय उनकी गुमशुदगी की गुत्थी सुलझाने की मांग की है। नेताजी के पोते सीके बोस ने भारत सरकार से नेताजी की गुमशुदगी से जुड़ी गुप्त फाइलों को आम करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नेताजी को भारत रत्न देने में बहुत देर हो चुकी है। वहीं, नेताजी के रिश्तेदार सुगाता बोस ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस को ‘विश्व रत्न दिया’ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि गांधी जी और नेता जी को भारत रत्न से ऊपर रखा जाना चाहिए।

ऐसी अटकलें हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा जा सकता है। गृह मंत्रालय के पांच भारत रत्न पदकों का ऑर्डर दिए जाने से ऐसी अटकलें बढ़ी हैं। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारत रत्न के लिए कुछ नाम तय किए जाने की खबरों का खंडन किया है। इन अटकलों के बीच नेताजी के पोते सीके बोस ने ‘टाइम्स नाउ’ से खास बातचीत में कहा कि हम पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि यदि वह सुभाष चंद्र बोस का सम्मान करना ही चाहते हैं, तो उनकी गुमशुदगी की गुत्थी को सुलझाएं। उन्होंने कहा कि नेताजी के गायब होने से जुड़ी करीब 100 गुप्त फाइलें सरकार के पास हैं, उन्हें सार्वजनिक किया जाना चाहिए। जिससे सच देश के सामने आ सके।

उन्होंने कहा कि एक स्पेशल टीम गठित कर इन फाइलों की जांच करवाई जानी चाहिए। उन्होंने नेताजी के लिए ‘भारत रत्न’ को अनुपयुक्त बताते हुए कहा कि इसमें अब बहुत देर हो चुकी है।गौरतलब है कि इससे पहले 1992 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस को मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान देने का फैसला लिया था, लेकिन इस पर जमकर हंगामा हुआ। आरोप लगा कि जब सरकार बोस की मौत को स्वीकार ही नहीं करती, तो फिर उन्हें मरणोपरांत सम्मान कैसे। मामला कोर्ट पहुंचा और अंत में सम्मान वापस ले लिया गया। बोस के परिजनों ने भी तब मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान अस्वीकार कर दिया था।

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