जेल से रिहाई के दो दिन बाद ही मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला को इंफाल पुलिस ने शुक्रवार सुबह फिर गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को जेल से छूटने के बाद इरोम ने कहा था कि वो सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाने की मांग को लेकर अपना अनशन जारी रखेंगी। जब इरोम को गिरफ्तार किया गया तो वह अपने कुछ साथियों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहीं थी। ये स्थान उस अस्पताल से सिर्फ आधा किलोमीटर दूर है जहां इरोम को 14 साल कैदी के रूप में रखा गया था। पुलिस ने इरोम को गिरफ्तार कर जबरन अनशन स्थल से हटा दिया।
सूत्रों का कहना है कि इरोम को चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया गया है क्योंकि इरोम ने अनशन जारी रखने की घोषणा कर कुछ भी खाने और पीने से इंकार कर दिया है। इरोम ने कहा कि उनका अनशन जब जक जारी रहेगा जब तक सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून हटाए जाने की उनकी मांग को मान नहीं लिया जाता। उन्होने कहा कि सत्र-न्यायालय का निर्णय कि वो अनशन के माध्यम से आत्महत्या करने का प्रयास नहीं कर रही हैं, स्वागत योग्य है।
गौरतलब है कि इरोम पिछले 14 वर्षों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून मणिपुर से हटाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर हैं और सत्र-न्यायालय द्वारा केस में निर्णय सुनाए जाने तक मणिपुर के एक अस्पताल में न्यायिक हिरासत में थीं।