नीमच। हिन्दी को संविधान में भले ही राजभाषा का दर्जा मिल गया हो परन्तु हिन्दी राजकाज की भाषा नहीं बन पाई। वैष्वीकरण के दौर में भारत को एक बडे बाजार के रूप में देखा जाता है। बिना जनसामान्य की भाषा जाने व्यापार हो नहीं सकता। जनसामान्य की भाषा हिन्दी ही है। यही कारण है कि हिन्दी अब विष्व भर में जानी जाने लगी है।
नगर की अग्रणी संस्था कृति ने इन्हीं विचारों के मद्देनजर आज हिन्दी दिवस पर रात्रि 8 बजे ज्ञानमंदिर सभागृह में ’’वैष्वीकरण के दौर में हिन्दी का भविष्य’’ विषय पर व्याख्यान देने हेतु प्रख्यात वक्ता, कवि, साहित्यकार अभिनय व संगीत के मूर्धन्य साधक श्री संजय पटेल, इन्दौर को आमंत्रित किया है।
उक्त जानकारी देते हुए कृति के प्रचार सचिव नीरज पोरवाल ने बताया कि कृति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात षिक्षाविद् प्रो. अरूण जायसवाल करेंगे। विषिष्ठ अतिथि के रूप में इन्दौर के संगीत, कला एवं समाजसेवा से जुडे श्री मोहनलाल अग्रवाल उपस्थित रहेंगे।
कृति की अध्यक्षा श्रीमती मंजूला धीर, सचिव सत्येन्द्र सी. सक्सेना ने नगर के सभी हिन्दी प्रेमियों से आग्रह किया है कि उक्त कार्यक्रम में पधारकर हिन्दी दिवस के इस कार्यक्रम को सफल बनावे।
नीरज पोरवाल, प्रचार सचिव
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