हार के साथ फिर लगे ‘प्रियंका लाओ’ के नारे

Priyankaमहाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के रुझानों के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पार्टी हेडक्वॉर्टर के बाहर जमा होकर मांग की कि प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आएं। यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की मांग की गई लेकिन प्रियंका इससे बार-बार इनकार कर चुकी हैं। प्रियंका ने कुछ समय पहले बयान जारी करके लोगों से इन तरह की अटकलों से दूर रहने का अनुरोध किया था।

पार्टी के 200 से 250 कार्यकर्ता हाथों में पोस्टर लेकर आए जिन पर लिखा था, ‘प्रियंका लाओ, कांग्रेस बचाओ’। इन कार्यकर्ताओं ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से अपनी बहन को राजनीति में लाने के लिए पहल करने के लिए कहा। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘हम राहुल से अपील करते हैं कि वह प्रियंका गांधी को ऐसे समय कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में लाएं, जब पार्टी मुश्किल दौर से गुजर रही है। वह (प्रियंका) नरेंद्र मोदी की कूच को रोकने में उनकी मदद कर सकती हैं।’ कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर प्रियंका को लाकर दोनों राज्यों में प्रचार कराया गया होता तो महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के परिणाम कुछ और होते। इस समूह का नेतृत्व करने वाले इंडियन नैशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) के नेता जगदीश शर्मा ने कहा कि चुनावों में पार्टी की निरंतर हार के बाद अब यह जरूरी है कि पार्टी के बेहतर भविष्य के लिए प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाया जाए। इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शर्मा ने कहा, ‘अगर प्रियंका गांधी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में पार्टी के लिए प्रचार किया होता तो परिणाम कुछ और होते। लोकसभा चुनावों में, नरेंद्र मोदी लहर की बात हो रही थी। उस समय प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी में प्रचार की जिम्मेदारी संभाली और कांग्रेस ने वहां जीत दर्ज की।’

उन्होंने कहा कि पार्टी के इस तरह के नतीजों से कांग्रेस कार्यकर्ता ‘दुखी’ हैं और उन्हें लगता है कि यह समय है जब प्रियंका को कांग्रेस में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाए। प्रियंका ने अगस्त में कांग्रेस में महत्वपूर्ण पद लेने के बारे में अटकलों को आधारहीन अफवाह बताकर खारिज किया था।

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