नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने गुरुवार को इस बात को स्पष्ट किया कि विवादित बयान मामले में साध्वी निरंजन ज्योति की विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग पर सरकार नरम नहीं पड़ने वाली है। नायडू ने कहा, “हमने अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया है। मंत्री के इस्तीफे या उन्हें हटाने का सवाल ही नहीं उठता। मंत्री ने अपनी टिप्पणी पर खेद जताया है और संसद के दोनों सदनों में माफी मांगी है। मामला वहीं समाप्त हो गया था।” उल्लेखनीय है कि लगातार तीसरे दिन एकजुट विपक्ष ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक सभा के दौरान केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करते हुए उनके इस्तीफे की मांग उठाई।
कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “भारत के संसद में 50 वर्षो का अनुभव रखने वाली पार्टी से बेहतर मानकों तथा बेहतर प्रतिक्रिया की उम्मीद रखी जाती है।”
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो रहा है। मुझे आशा है कि वे (कांग्रेस) कारणों को देखेंगे, लोगों की भावनाओं की कद्र करेंगे और सदन के सुचारू रूप से चलने देने में सहयोग करेंगे।”
नायडू ने कहा कि अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे जैसे मध्य प्रदेश में हालिया रेल दुर्घटना पर संसद में ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “सरकार संसद और विपक्ष को विश्वास में लेकर आगे बढ़ना चाहती है, ताकि देश आगे बढ़े।”
संसद में कार्यवाही की शुरुआत मंत्री के इस्तीफे के मुद्दे पर बेहद हंगामेदार माहौल में हुई। शोर-शराबे के कारण लोकसभा तथा राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।