कश्मीर के उरी, सोरा, तराल और शोपियां में आतंकी हमला

JK-पाकिस्तान और आतंकवादियों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धक्का पहुंचाने की कोशिश की है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव के पहले दो चरणों में भारी मतदान से बौखलाए आतंकवादियों ने प्रधानमंत्री के दौरे से तीन दिन पहले पिछले 12 घंटे में राज्य में चार जगहों कश्मीर के उरी, सोरा, तराल और शोपियां में आतंकी हमला किया है। सुबह उड़ी में सेना के कैंप पर हमला किया गया और फिर श्रीनगर में भी दस्तक दे दी। शाम को पुलवामा के ट्राल में एक बस स्टैंड पर भी ग्रेनेड फेंका गया। आतंकियों ने चौथा हमला एक पुलिस स्टेशन पर किया। इन हमलों में जहां 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं, वहीं सात आतंकी भी मारे गए हैं। करीब 14 घंटे संघर्ष चला।

पहला आतंकी हमला एलओसी से सटे बारामला जिले के उड़ी सेक्टर में एक सैन्य शिविर पर हुआ जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल, एक जेसीओ, पांच सैनिक, तीन पुलिसकर्मियों समेत दस सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। मारे जाने से पहले आतंकियों ने शिविर के एक हिस्से में शस्त्र भंडार में कथित तौर पर आग भी लगा दी। आतंकी हमले के बाद बारामुला-मुजफ्फराबाद सड़क मार्ग को आम यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली और हमलावर आतंकियों के अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान छेड़ दिया है। सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

आतंकी हमले का निशाना बना सैन्य प्रतिष्ठान सेना की 31 फील्ड रेजिमेंट से संबधित है। यह उड़ी कस्बे से पहले मोहुरा गांव में झेलम के किनारे है। इसी शिविर से कुछ दूरी पर उड़ी जलविद्युत परियोजना भी है। सुबह तड़के साढ़े तीन बजे स्वचालित हथियारों से लैस तीन-चार आतंकी सैन्य प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार पहुंचे और संतरी पर ग्रेनेड फेंका। शिविर के बाहर ही आतंकवादियों ने एक अधिकारी समेत दो पुलिसकर्मियों को मार दिया। इसके बाद आतंकवादी स्वचालित हथियारों से फायरिंग करते हुए शिविर के अंदर दाखिल हो गए। इसके साथ ही पूरा इलाका गोलियों और बम धमाकों की आवाज से गूंज उठा।

सेना और पुलिस के जवानों ने उसी समय मौके पर पहुंचकर आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया। आतंकियों ने इस दौरान कथित तौर पर शिविर के एक हिस्से में शस्त्रागार में आग लगा दी। सुबह दस बजे तक सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, जबकि दो अन्य आतंकी 11 बजे के करीब मारे गए। लेकिन तब तक 10 जवान शहीद हो गए।

आतंकी दो गुटों में बंटे हुए थे। एक गुट ने आर्मी कैंप पर बाहर से फायरिंग की और दूसरा गुट इस कवर फायर में कैंप के भीतर दाखिल हुआ। सेना सूत्रों के अनुसार आतंकियों ने यूबीजीएल का भी इस्तेमाल किया। सुबह के वक्त ठंड और कोहरे में विजिब्‍लिटी कम होने के कारण आतंकी हमला करने में कामयाब हो सके। उरी का यह इलाका श्रीनगर से करीब सौ किलोमीटर दूर है जहां पीएम मोदी की रैली होनी है।

दूसरा आतंकी हमला सौरा में हुआ जहां सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया। ठीक इसके बाद तीसरा हमला शोपियां में हुआ जहां आतंकियों ने पुलिस स्टेशन पर हेंड ग्रेनेड फेंके। हालांकि इन दोनों हमलों में किसी सुरक्षाकर्मी या आम नागरिक के हताहत होने की खबर नहीं है।

ध्यान रखने की बात है कि राज्य में तीसरे चरण के तहत उरी सहित छह विधानसभा क्षेत्रों में नौ दिसंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। दो दिसंबर को इसी क्षेत्र में कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में सेना ने घुसपैठ का नाकाम करते हुए छह आतंकियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन में एक सेना का जवान भी शहीद हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि और आतंकी इलाके के घरों में छिपे हो सकते हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा बलों की ओर से तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

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