बरिष्ठ पत्रकार संतोष गंगेले ने छतरपुर जिला का गौरव बढ़ाया

संतोष गंगेले
संतोष गंगेले

छतरपुर-कलम चलाने के जूनून ने एक किसान .-संत के बेटे को समाजसेवी बना दिया । इसका अपना एक इतिहास है । छतरपुर जिला के छोटे से ग्राम बीरपुरा के किसान संत परिवार में 11 दिसम्बर 1956 को जन्म लेने वाले इस महान समाजसवेी पत्रकार संतोष गंगेले ने अपने जीवन में सुख सुविधाओं को त्याग कर घर परिवार एवं समाजसेवा का रास्ता तय किया । बिषम परिस्थितियों में 1977 मिडिल तक षिक्षा ग्रहण करने के वाद आर्मी एमईएस में चौकीदारी के पद पर सेवाऐं देने के बाद दिल्ली में मजदूरी करने चले गये । भविष्य निर्माण की चिन्ता ने पुनः षिक्षा ग्रहण करने की प्रेरणा देकर चाय-पान की दुकान खोलकर हायर सेकेण्ड्री परीक्षा पाईवेट छात्र के रूप में बुन्देलखण्ड कौचिंग कॉलेज से सन् 1980 में दी जिसमें सफलता प्राप्त हुई । इसी समय छतरपुर से प्रकाषित दैनिक समाचार पत्रों के संपादकों से समाचार प्रकाषन को लेकर पहचान हो गई । छात्र संघ के सचिव पद पर रहते हुए समाजसेवा के क्षेत्र में कदम रखा । कोमी एकता पखवाड़ा, खेंल कूॅद, भाषण प्रतियोगितायें, लोकगीत, कवितायें लिखने एवं गाने का षौक भी रहा । सन् 1981 में सरकारी नौकरी की चाहत में हिन्दी टाइपिंग प्रषिक्षण मध्य प्रदेष वोर्ड भोपाल से उत्तीर्ण कर अनेक स्थानों पर नौकरी का प्रयास जारी रहा । असफल होने पर छतरपुर से प्रकाषित दैनिक राष्ट्र-भ्रमण के संपादक श्री सुरेन्द्र अग्रवाल ने अपने समाचार पत्र को नौगॉव ब्यूरोचीफ बनाकर पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेष दिया । कुछ ही समय में छतरपुर के साथ- साथ रीवा, सतना, जबलपुर, भोपाल, झॉसी, कानपुर के अनेक समाचार पत्र पत्रिकाओं में लेख प्रकाषित होने लगे । बर्ष 1982 में पहलीवार नौगॉव तहसील पत्रकार संघ के अध्यक्ष बनाये गये । मध्य प्रदेष ऑचलिक पत्रकार संध भोपाल की सदस्यता लेकर छतरपुर जिला में पदाधिकारी अनेक बर्षो तक रहे । भोपाल के बरिष्ठ पत्रकार श्री बिजय दत्त श्रीधर, श्री त्रिभुवन यादव से पत्र व्यवहार व दूरभाष पर पत्रकरिता का मार्ग दर्षन मिलता रहा । छतरपुर जिला जन सम्पर्क अधिकारी श्री जी एल सोनाने ने छतरपुर जिला कलेक्टर श्री होषियार सिंह से परिवार संचालन के लिए तहसील नौगॉव में बैठने की अनुज्ञप्ति दिलाकर बैंक ऋण पास कराया । बर्ष 1984 से जिला में सर्वाधिक दस्तावेज लिखने का रिकार्ड कायम रखने वाले संतोष गंगेले की आर्थिक स्थिति मजबूत होती चली गई ।

युवा पत्रकारिता में उच्च कदम रखने वाले संतोष गंगेले ने कुछ ही समय में छतरपुर एवं टीकमगढ़ जिला में अपनी पहचान बनाकर जिला स्तरीय पत्रकार सम्मेलन कराने का निर्णय लिया । 14 जनवरी 1986 में भारतीय पत्रकारिता के इतिहास में पहलीवार किसी पत्रकार संघ ने जिला जज एंव स़त्र न्यायाधीष श्री एम एस कुरैषी के समक्ष नौगॉव नगर पालिका अध्यक्ष श्री षंकर लाल मेहरोत्रा, समाजसेवी डा0 श्री सुरेन्द्र सिंह चौहान के सहयोग के पत्रकार संघ का षपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया । लगातार जनता की समस्याओं को लेखनी के माध्यम से उठाने एवं निष्पक्ष, निडर लेखनी का हर जगह चर्चा व सम्मान मिला । बर्ष 1987 में देनिक जागरण झॉसी का क्षेत्रीय कार्यालय नौगॉव में जिला पुलिस अधीक्षक श्री एस0के0 पासवान के मुख्य अतिथि, श्री राकेष षुक्ल नई दुनिया की अध्यक्षता, जागरण के प्रसार व्यवस्थापक श्री उमर खान की उपस्थित में खुला जिसमें सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया था । बर्ष 1990 में जिला पत्रकार संघ का सम्मेलन छतरपुर जिला कलेक्टर श्री जे0 एन0 पाण्डेय ,के मुख्य अतिथिय में हुआ जिसमें छतरपुर जिला के बरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान भी किया गया । बर्ष 1995 में जिला स्तरीय एवं बर्ष 1998 में बुन्देलखण्ड स्तरीय पत्रकार सम्मेलन क्षेत्रीय विधायक श्री मानवेन्द्र सिंह भंवर राजा के सहयोग से नगर पालिका नौगॉव में आयोजित किये गये । अनेक सामाजिक संगठनों एवं राजनैतिक दलों के सहयोग से नौगॉव नगर के गौरव का आगे बढ़ाया गया । युवा पत्रकार संतोष गंगेले बचपन से ही सामाजिक कार्यो में बढ़ चढ़ कर भाग लेकर समाजसेवी बनते चले गये । परिवारिक समस्याओं से संघर्ष कर आगे बढ़ने वाले संतोष गंगेले ने अपन पुरूषार्थ का हनन नही हेाने दिया । स्वभाव व सम्मान की रक्षा कर आगे विकास की गति दे रहे है । बुन्देलखण्ड के बरिष्ठ पत्रकारों में गिने जाने वाले संतोष गंगेले की लेखनी के आगे अनेकों वार जिला प्रषासन को मजबूर होकर जनता की समस्याओं को हल करने के लिए संतोष गंगेले की षिकायतों एंव सुझावों को प्रषासनिक तौर पर हल करना पड़ी ।

इसी कारण संतोष गंगेले ने अपने मनोवल व परमार्थ को आगे बढ़ाते हुए विजावर विधान सभा एवॅ महाराजपुर विधान सभा क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामों में बाल सभाओं के माध्यम से बच्चों में षिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, समरसता एवं समाज के प्रति अलख जगा कर जन जन में अपनी पहुॅच बनाई । प्रकृति प्रकोप एवं सामाजिक बुराईयों के कारण परिवारिक एंव कानूनी अड़चनों के साथ साथ प्रकृति प्रकोप से सामना करना पड़ा । उसके बाद भी अपनी बात समाचार पत्रों एंव आकाषवाणी छतरपुर के माध्यम से युवाओं तक पहुॅचा कर समाज को जन जाग्रति एंव दिषा देने का प्रयास जारी रखा । बेटी बचाओं, मतदाता
जागरूकता अभियान, साक्षरता अभियान में अहम भूमिका अदा करने में कभी पीछे नही रहे है ।

बर्ष 2004 से कम्प्यूटर संचालन करने के बाद साथ प्रदेष सरकार को 5 फरवरी 2009 को सुझाव दिया था कि प्रदेष में जन सुनवाई दिवस मंगलवार को घोषित किया जाना चाहिए जिसकी जानकारी छतरपुर भाजपा जिला महामंत्र श्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक (गुडडन भैया) को भी दी थी जो प्रदेष सरकार ने स्वीकार कर प्रदेष में लागू की है । दूसरा पत्र दिनांक 22 जून 2009 को प्रदेष में अवैद्यानिक कालौनियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए लिखा था जेा मध्य प्रदेष ष्षासन आवास एवं र्प्यावरण विभाग मंत्रालय भोपाल पत्र क्रमॉक 4410/3129/09/बत्तीस, भोपाल दिनांक 11 सितम्बर 2009 के व्दारा प्रदेष में लागू किया गया । इसी प्रकार पंजीयन विभाग में हो रही अनेक विसंगतियों को दूर करने के लिए 22 /6/2009 को सरकार को पत्र लिखा जिस पर मध्य प्रदेष ष्षासन बाणिज्यकर विभाग मंत्रालय बल्लभ भवन भोपाल 462004 पत्र क्रमॉक 1403/1272/2010/2/पॉच भोपाल दिनांक 29 जून 2010 के व्दारा अनेक विसंगतियों को दूर किया गया । बर्ष 2011 से इंटरनेट, सोषल मीडिया के माध्यम से जनता की आवाज को मजबूत करने केलिए भोपाल संे संचालित एमपी मिरर समाचार सेवा के संचालक श्री पवन देवलिया जी से भेंट कर इलेक्ट्रानिकल मीडिया में छतरपुर जिला का प्रभार लिया । बर्ष 2011 के बाद से इटरनेट गूॅगल पर संचालित बेब पोर्टलों पर लगातार जन समस्याओं को उठाया । किसानों के साथ साथ आम नागरिको कीसमस्याओं के साथ साथ प्रजातंत्र के चौथें स्तम्भ पत्रकार , उनकी समस्याओं को सरकार से हल कराने में अहम भूमिका अदा की । सरकार को मार्ग दर्षन व सुझाव लेकर सरकार से अपनी मॉगें स्वीकार कराने वाले युवा पत्रकार संतोष गंगेले आज प्रदेष में अपना उच्च स्थान बना चुके है । गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब संगठन मध्य प्रदेष, प्रदेष के सभी जिलों में संचालित होना भी अपने आप में इतिहास है

बुन्देलखण्ड के बरिष्ठ पत्रकार श्री संतोष गंगेेले ने मध्य प्रदेष सरकार व्दारा संचालित एमची समाधान एवं मध्य प्रदेष आईडिया फॉर सीएम के माध्यम से प्रदेष सरकार को जो भी जन समस्यायें थी वह सरकार को भेज कर समस्याओं का समाचार कराया । आप एम पी समाधान में संतोष गंगेले छतरपुर जिला के नाम से देख सकते है । पचासों आवेदन जनहित में भेजे गये जो सरकार ने हल किए । इसी प्रकार आईउिया फार सीएम में प्रदेष के पत्रकारों के हितों के लिए जो सुझाव दिनांक 11 मार्च 2011, दिनंाक 4 अ्रप्रेल 2011 दिनंाक 3 नवम्बर 2011 एवं दिनांक 8 नवम्बर 2011 को भेजे गये उन सभी पर प्रदेष सरकार ने कार्यावाही कर श्री संतोष गंगेले की समस्याओं का समाधान किया है । गणेष ष्षंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब मध्य ्रपदेष का पंजीयन 22 जनवरी 2013 को कराने के बाद प्रदेष के अंदर पत्रकारिता में व्याप्त भृष्टाचार एवं अव्यवस्थाओं को दूर कर प्रदेष के मुखिया श्री षिवराज सिंह चौहान के प्रति 18 अप्रेल 2015 को संगठन ने भोपाल में सैकड़ों साथियों के साथ धन्यवाद दिया है । जन सम्पर्क आयुक्त श्री एस0के0 मिश्रा, अपर आयुक्त श्री मंगला प्रसाद मिश्रा जन सम्पर्क विभाग भोपाल के समक्ष धन्यवाद सभा में श्री संतोष गंगेले को सम्मान करने का अवसर मिलना जीवन का इतिहासिक दिन था । उससे कहीं आगे जन सम्पर्क विभाग की अनुमति पर श्री संतोष गंगेले को राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान समारोह में आमंत्रित कर मुख्य मंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान के साथ 4 घंटे का समय रात्रि भोज ने नई दिषा दी है । लगातार प्रदेष के पत्रकारों के सर्म्पक में रहने वाले श्री संतोष गंगेले को प्रदेष स्तरीय समाजसेवा सम्मान मिलना उनका अधिकार बनता है । अपने जीवन के 35 बर्ष पत्रकारिता एंव समाज सेवा में निःस्वार्थ भाव से गुजारने वाले श्री संतोष गंगेले के कर्मयोग जीवन से बर्तमान युवाओं के लिए नजीर बन चुकी है ।

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