आतंकियों के निशाने पर था कैगा न्यूक्लियर प्लांट

कनार्टक में पकड़े गए ग्यारह आतंकियों से की गई पूछताछ में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि इन आतंकियों के निशाने पर नेताओं और पत्रकारों के अलावा कर्नाटक का कैगा परमाणु संयंत्र था। इतना ही नहीं ये आतंकवादी देश के महत्वपूर्ण नौसैनिक ठिकानों पर भी हमला करने की साजिश रच रहे थे। वहीं पुलिस ने आज इसी आतंकी साजिश से जुड़े हैदराबाद के एक छात्र और नांदेड़ से चार संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक यह छात्र भी आतंकी साजिश रचने में इन लोगों की मदद कर रहा था। इन आतंकियों के पकड़े जाने के बाद एक बार फिर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है। इन आतंकियों को लश्कर के साथ मिलकर आइएसआइ ने ही आतंकी ट्रेनिंग दी थी।

जांच एजेंसियों का मानना है कि कर्नाटक और हुबली से पकड़े गए आतंकियों की मदद भारत में मौजूद आतंकी संगठन हूजी हुजी कर रहा था। इसके अलावा उन्हें सऊदी अरब से भी कंट्रोल किया जा रहा था। इस मामले में पकड़ा गया डीआरडीओ का इंजीनियर एजाज अहमद बेंगलूर की एयरबोर्न डिवीजन का हिस्सा था। माना जा रहा है कि उसने आतंकियों को कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां मुहैया करवाई हैं।

पकड़े गए आतंकियों को स्थानीय अदालत ने फिलहाल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि इन आतंकियों द्वारा दी जा रही सूचना के आधार पर इनका साथ दे रहे अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।

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