कार्यक्रम में जशोदाबेन को देख भड़की भाजपा

jasoda benअहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन को लेकर भाजपा कितनी असहज है, इसका एक और उदाहरण देखने को मिला है। गुजरात के सूरत में एक जागरुकता कार्यक्रम में जशोदाबेन को मुख्य अतिथि बनाया गया था। जैसे ही यह खबर भाजपा को लगी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर तमाम बड़े नेता आयोजकों के पीछे लग गए और कार्यक्रम रद्द करवा दिया।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, घटनाक्रम पिछले हफ्ते का है। ‘बेटी बचाओ, बेटा पढ़ाओ’ योजना को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए मोदी समर्थक ‘नमो सेना’ ने सूरत में एक कार्यक्रम रखा था। सात दिनी कार्यक्रम के दूसरे दिन यानी चार जून को जशोदाबेन मुख्य अतिथि बनकर आई थीं।
इसकी सूचना मिलते ही सूरत भाजपा अध्यक्ष प्रणेश मोदी और पार्टी के दो विधायकों ने आयोजकों को तलब किया तथा तुरंत कार्यक्रम रद्द करवा दिया।
आयोजक और नमो सेना के संस्थापक संजय गोस्वामी के मुताबिक, यहां तक कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी फोन कर उन पर दबाव डाला।
बकौल गोस्वामी, हालांकि किसी भाजपा नेता ने जशोदाबेन का नाम नहीं लिया। उन्होंने कार्यक्रम में भाजपा का चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने के बहाने आपत्ति दर्ज कराई। जशोदाबेन के आने से पहले तक सबकुछ ठीक चल रहा था।

वो बोलना चाहती थीं, लेकिन….
गोस्वामी के मुताबिक, पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब जशोदाबेन कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं। मुख्य आयोजक गोस्वामी, उनकी पत्नी संध्या और नमो सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनंदन पाठक को सूरत भाजपा प्रमुख के घर पर बुलाया गया। वहां दो विधायक भी थे। हमें धमकाया गया और कार्यक्रम रद्द करने को कहा गया।
गोस्वामी ने बताया कि जशोदाबेन कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों के सामने अपनी बात भी रखना चाहती थीं, लेकिन तभी हम पर दबाव डाला गया। हमने जशोदाबेन को मनाया और वे मान गईं।
आरोप है कि कार्यक्रम रद्द करने का कारण पूछने पर भाजपा नेताओं ने फोन पर पाठक की बात अमित शाह से करवा दी। शाह ने कथिततौर पर उन्होंने भलाबुरा कहा और तत्काल सूरत छोड़कर उत्तर प्रदेश स्थित अपने घर सहारनपुर चले जाने को कहा।
अब स्थानीय भाजपा नेता ऐसे किसी घटनाक्रम से इनकार कर रहे हैं।
साभार नई दुनिया

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