शिवराजसिंह चौहान ने निःशक्त बच्चों से किया वायदा निभाया

मूक-बधिर संगठन में पहुंचकर की मुलाकात
निःशक्तों विशेषकर मूक-बधिरों के लिये दी विशेष सौगातें
सांकेतिक भाषा को प्रदेश में दिया जायेगा भाषा का दर्जा
प्रदेश के 10 संभागीय मुख्यालयों पर खोले जायेंगे सांकेतिक भाषा के आईटीआई
सांकेतिक भाषा में पढ़ाई के लिये स्कूलों में की जायेगी शिक्षकों की नियुक्ति
सुश्री गीता से भी की मुलाकात

a1a2इंदौर 29 नवम्बर, 2015[ समाचार सेवा संतोष गंगेले ] मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत 19 नवम्बर को इंदौर के ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित उदर रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के राष्ट्रीय अधिवेशन में निःशक्त बच्चों तथा संगठनों से किये गये वायदे को एक पखवाड़े के भीतर ही निभाया। उन्होंने उक्त कार्यक्रम में निःशक्त बच्चों द्वारा प्रस्तुत किये गये आकर्षक एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम से प्रभावित होकर घोषणा की थी कि संबंधित संस्थाओं को पाँच-पाँच लाख रुपये दिये जायेंगे तथा उनकी संस्था में पहुंचकर उनसे रूबरू मुलाकात की जायेगी तथा उनकी समस्याओं को सुन एवं समझकर दूर किया जायेगा। मुख्यमंत्रीजी ने इस वायदे को आज पूरा किया एवं निःशक्त बच्चों विशेषकर मूक-बधिरों के लिये अनेक महत्वपूर्ण घोषणायें कीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज गुमाश्ता नगर स्थित मूक-बधिर संगठन पहुंचे। यहां उन्होंने पाकिस्तान से अपने वतन भारत लायी गयी सुश्री गीता से भी मुलाकात की। श्री चौहान यहाँ मूक-बधिरों सहित अन्य निःशक्त बच्चों से भी मिले।
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कार्यक्रम में निःशक्त बच्चों विशेषकर मूक-बधिर बच्चों से सीधा संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने उनसे चर्चा कर उनकी समस्यायें पूछीं। उन्हें पढ़ाई में आ रही दिक्कतों तथा जीवन की अन्य परेशानियों के बारे में पूछा। बच्चों की मांग पर उन्होंने अनेक घोषणायें की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि मैं अपने कार्यकाल के 11वें वर्ष की शुरूआत निःशक्त बच्चों के बीच से कर रहा हूं। उन्होंने अपने कार्यकाल के 11वें वर्ष की शुरूआत में घोषणा करते हुये कहा कि मध्यप्रदेश में सांकेतिक भाषा को भाषा का दर्जा दिया जायेगा। प्रदेश के सभी 10 संभागीय मुख्यालयों पर सांकेतिक भाषा वाले आईटीआई खोले जायेंगे। आईटीआई स्थापना का यह कार्य आगामी एक वर्ष में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य होगा जहां सांकेतिक भाषा की आईटीआई होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सांकेतिक भाषा में पढ़ाई के लिये शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। सांकेतिक भाषा में डी. एङ एवं बी एड करवाया जायेगा। इसका पूरा खर्चा राज्य शासन द्वारा उठाया जायेगा। डी एड. एवं बी. एङ में प्रवेश के लिये बच्चों को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक के साथ अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण करना होगी। उन्होंने कहा कि सांकेतिक भाषा में पढ़ाई के लिये प्रदेश के सभी उत्कृष्ठ विद्यालयों में दो-दो शिक्षक अतिरिक्त रूप से रखे जायेंगे। शिक्षकों के {ादों का सृजन किया जायेगा। प्रदेश में चिकित्सा, इंजीनियरिंग तथा अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले निःशक्त बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। निःशक्त बच्चों के खेलकूद के लिये भी विशेष सुविधा मुहैया करायी जायेगी। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में निःशक्तों की {ाढ़ाई में मदद के लिये अनुवादक भी रखे जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि गत 19 नवम्बर को ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर में जब मैंने निःशक्त बच्चों की प्रतिभा को देखा तो मैं बहुत प्रभावित हुआ। मैंने उनसे वायदा किया था कि मैं उनके बीच आउंगा और उनकी समस्याओं को सुन एवं समझकर दूर करूंगा। आज मैंने बच्चों से मुलाकात कर अपना वायदा निभाया। उन्होंने कहा कि निःशक्त बच्चों में कुछ शारीरिक कमियां जरूर हैं, परंतु उनमें प्रतिभा की कमी नहीं है। उनमें विशेषताओं का अपार भण्डार है। आगे बढ़ने के लिये उन्हें सिर्फ सुविधाओं और अवसर की कमी है। निःशक्त बच्चों को आगे बढ़ने के लिये हरसंभव सुविधायें और अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे। इनके सर्वांगीण विकास के लिये कोई कोर-कसर नहीं रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा उनके साथ रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निःशक्त बच्चों को अपने साथ लायी मिठाई खिलाई तथा गिफ्ट भी वितरित किये।

a3मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुश्री गीता के हालचाल भी जानें। उन्होंने गीता द्वारा बनायी गयी चित्रकला को देखा तथा उसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि गीता को अभी तक माता-पिता नहीं मिले हो, परंतु शिवराज एवं साधनासिंह के रूप में मामा-मामी मिल गये हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी घोषणा के अनुरूप मूक-बधिर विद्यालय एवं अंधशाला, जीवनदीप कॉलोनी इंदौर की नेत्रहीन बालिका कु.मानसी पिता श्री वीरेन्द्र पाण्डे को सवा लाख रुपये का चेक सौंपा। इसी तरह मनोवृद्धि समिति रूपराम नगर इंदौर एवं मूक बधिर संगठन स्कीम नम्बर-71-बी गुमास्ता नगर इंदौर तथा मूक बधिर एवं अंधशाला विद्यालय जीवनदीप कॉलोनी को पाँच-पाँच लाख रूपये के चेक भेंट किये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत लाभान्वित कु.पूर्वी मित्तल ने कविता प्रस्तुत की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत कु.पूर्वी मित्तल का 9 मार्च, 2014 को कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेशन हुआ था। बचपन से बोलने एवं सुनने में असमर्थ पूर्वी आज बोलने-सुनने लगी है तथा उसने कविता बोलकर सुनाई। पूर्वी का ऑपरेशन 5 वर्ष की आयु में योजनांतर्गत हुआ था। मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में इंदौर जिले में 46 बच्चों का सफलतापूर्वक कॉक्लियर इम्प्लांट किया जा चुका है। इस योजना में ऑपरेशन का पूरा खर्च शासन द्वारा वहन किया गया है। मुख्यमंत्रीजी ने कहा इस तरह की सहायता अन्य जरूरतमंद बच्चों को भी उपलब्ध करायी जायेगी।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्रीजी ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुये निःशक्त बच्चों से दीप प्रज्जवलित करवाकर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मूक-बधिर संगठन के अध्यक्ष श्री मुरलीधर धामानी ने स्वागत भाषण देते हुए संस्था का परिचय दिया। कार्यक्रम के अंत में संस्था की प्राचार्या डा.उषा पंजाबी ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, विधायकगण श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री रमेश मेंदोला, सुश्री उषा ठाकुर तथा श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री कैलाश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री पी.नरहरि, डीआईजी श्री संतोष कुमार सिंह और बड़ी संख्या में निःशक्तजन मौजूद थे।

———-
आज का दिन सेवा पर्व के रूप में मनाया जा रहा है — मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किये खजराना गणेश के दर्शन

a4इंदौर 29 नवम्बर,2015/ मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज अपनी सरकार के 10 वर्ष पूर्ण होने पर खजराना गणेश मंदिर जाकर भगवान के दर्शन किये तथा विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि आज हमारी सरकार के 10 वर्ष पूर्ण हो गये हैं और 11वें वर्ष की शुरुआत इंदौर के सुप्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना करके की है। उन्होंने इस अवसर पर लगभग 400 घरेलू कामकाजी महिलाओं को {ारिचय-पत्र वितरित किये। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन सेवा पर्व के रूप में पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। खजराना गणेश मंदिर परिसर में भी आज जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन गरीबों की सरकार है। गरीबों का हित ही सरकार के लिये सर्वोपरि है। राज्य शासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और एकात्म मानवतावाद के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। समाज का सबसे गरीब व्यक्ति ही राज्य शासन के लिये सबसे महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, विधायकगण श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री सुदर्शन गुप्ता तथा सुश्री उषा ठाकुर, पार्षदगण एवं घरेलू कामकाजी महिलायें तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

error: Content is protected !!