बोतल बदलेगी या फिर ढक्कन?

भाजपा संगठन में पद के लिये घमासान
प्रदेश कार्यालय द्वारा छै: को सदस्य बनाने पर नेताओं की नींदे उडी

damoh– डा. एल. एन. वैष्णव –दमोह / भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया के चलते इस समय कुछ की नींदे उडी हुई हैं तो कुछ अपनी-अपनी गोटी फिट करने में लगे देखे जा सकते हैं। चर्चाओं का बाजार गर्म है और इसमें लगातार कयासों के साथ संभावनाओं एवं अकांक्षाओं को लेकर भी बातें हो रही हैं। मजेदार बात तो यह है कि अधिकांश तो एैसे हैं जो अपने आपको पदाधिकारी मान ही चुके हैं तो कुछ एैसे भी हैं जो स्वप्र देखने में लगे हुये हैं। वहीं कुछ तो एैसे भी हैं जो अपने आपको यह कहकर प्रचारित करने में लगे हुये हैं तथा करवाने में लगे हुये हैं कि इनका या उनका नाम आरएसएस की पसंद है जिसकी चर्चा इस समय में हर जगह सुनने को मिल जायेगी? यहां इस बात का उल्लेख कर देना उचित हो जाता है कि आरएसएस एक सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठन है वह किसी भी प्रकार की सलाह थोपता नहीं है। खेर किसको ताज मिलता है और किसको वनवास यह तो आने वाले समय में सामने आ ही जायेगा?
अचानक आया भू-चाल,उडी नींदे-
जिले में एक बात को लेकर भू-चाल आने एवं कुछ नेताओं की नींदे उडने की चर्चा जमकर बनी हुई है? उसके पीछे का कारण जिले के छै: नेताओं को प्रदेश कार्यालय द्वारा सक्रिय सदस्य बनाने का माना जा रहा है। महत्वपूर्ण बिन्दु यह है कि इनको वर्तमान में जिला संगठन एवं सत्ता के कुछ लोग निस्क्रिय एवं अयोग्य मानते रहे जिसकी चर्चा लगातार होती ही रही है? पार्टी के सूत्रों की माने तो सक्रिय सदस्यता के लिये अंतिम तिथि 19 नबम्बर 2015 रखी गयी थी जबकि उक्त छै: नेताओं के नाम जिले के सक्रिय सदस्यों की सूची में जिला संगठन ने सम्मिलित न करते हुये प्रदेश कार्यालय सूची भेज दी थी। बतलाया जाता है कि इनके नामों को लेकर चर्चायें चुनाव एवं संगठन की बैैठकों में पिछले दो तीन बर्षों से लगातार सुनी जाती रही हैं। जिला संगठन द्वारा इनके नामों की उपेक्षा एवं प्रदेश कार्यालय द्वारा स्वीकृति से अब चर्चाओं का बाजार और गर्म होने लगा है? वहीं इस बात को लेकर भी कि क्या पार्टी जिले में बोतल बदलेगी या फिर ढक्कन की चर्चाओं का बाजार भी गर्म रहा है?
इनको मिली सक्रिय सदस्यता-
मध्यप्रदेश के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय भोपाल द्वारा जारी पत्र क्रमांक 2097/15/53 दिनांक 02 दिसम्बर 15 में प्रदेश के उपाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह एवं प्रदेश निर्वाचन अधिकारी ने जिला अध्यक्ष दमोह को छै: नामों के उल्लेख का पत्र भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हेमन्त छाबडा पूर्व जिला अध्यक्ष,किशोर अग्रवाल पूर्व जिला महामंत्री,विद्यासागर पांडे पूर्व जिला अध्यक्ष एवं वर्तमान में राष्ट्रीय परिषद के सदस्य,संजय राय पूर्व जिला महामंत्री एवं विधायक का चुनाव लड चुके,सोनल राय एवं हाकम सिंह पूर्व जिला महामंत्री के नाम सम्मिलित हैैं।
बीस हजार से अधिक सदस्य-
उक्त छै: नेताओं में एक एैसे नेता का नाम भी है जिसने बीस हजार तीन सौ सदस्य बनाने की बात सामने आयी है। महत्वपूर्ण एवं विचारणीय यह बात भी हो जाती है कि एैसे नेता को जिला संगठन ने कैसे एवं किसके कहने पर अनदेखी कर सूची प्रदेश कार्यालय भेजी? पार्टी के सूत्र बतलाते हैं कि संजय राय ने इतने अधिक सदस्य बनाये हैं। ज्ञात हो कि श्री राय पूर्व जिला महामंत्री तो रहे ही हैं साथ ही कांग्रेस के कदवर नेता के विरूद्ध 1998 में चुनाव लड भाजपा को कांग्रेस के गढ में अढतीस हजार मत दिलाये थे।
नगर के लिये भी घमासान-
भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की दिशा में मंडलों के निर्वाचन प्रक्रिया के चलते दमोह नगर में भी दो गढा से अधिक नाम सामने आये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्यारह नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की है। पार्टी सूत्रों की माने तो वर्तमान में नगर अध्यक्ष बृज गर्ग ने पुन: तथा कपिल सोनी,अनुपम सोनी,रामलाल उपाध्याय,कमलजीत सिंह अजवानी,विक्की ठाकुर,पंकज सेन,धमेन्द्र चौबे,नीलेश सिंघई एवं राकेश गुरू के नाम बतलाये जाते हैं। उक्त पद के लिये भी घमासान होने की बात सामने आ रही है।

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