एक ज़माने के बाद रामपुर जिला पंचायत पर समाजवादी पार्टी ने अपनी जीत का परचम लहराया !
इस आंदोलन में सपा मुखिया माननीय मुलायम सिंह यादव साहब का रामपुर की अवाम और मोहतरम मो.आज़म खां साहब के साथ दिली रिश्ता राजनैतिक परिवर्तन का एक बड़ा हथियार साबित होता रहा और आज भी प्रदेश के मुखिया माननीय अखिलेश यादव साहब का पिता की भाँती ही मोहतरम मो.आज़म खां साहब और रामपुर की अवाम से वही रिश्ता है !
रामपुर के समतामूलक समाज के निर्माण में समाजवादी नेता मोहतरम मो.आज़म खां साहब की भूमिका तारीख़ का एक ऐसा सुनहरा वर्क़ हैं जिसे पढ़कर,सुनकर और देखकर यह कहा जा सकता है कि ” दश्त तो दश्त हैं दरिया भी नहीं छोड़े हमने ! बहर-ए-ज़ुल्मात में दौड़ा दिए घोड़े हमने !!”
ज़िला पंचायत रामपुर पर समाजवादी पार्टी का क़ब्ज़ा वर्षों पुरानी गांधी,लोहिया और जयप्रकाश की विचारवान राजनीत का अहसास कराता है जिसकी सफलता को देश की राजनीत करने वाले अपना आयडियल बना सकते हैं ! शायद हिन्दोस्तान में ऐसे कम ही चुनावी क्षेत्र होंगे जहां जनता स्वयं अपनी त्याग,तपस्या,बलिदान और संघर्ष से अपनी पार्टी और नेता के हाथों में जीत का परचम सौंपती हो इस जीत पर मैं अपनी ओर से माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहतरम मुलायम सिंह यादव जी,माननीय मुख्यमंत्री उप्र जनाब अखिलेश यादव जी और मोहतरम मो.आज़म खां साहब सहित तमाम उन कार्यकर्ताओं को मुबारकबाद देता हूँ जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से अवसरवादी साम्प्रदायिक ताक़तों को पराजित कर एक मज़बूत सन्देश दिया है !
