नीता अंबानी इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी के लिए नामित

Nita Ambani in Mumbai on Wednesday.
Nita Ambani in Mumbai on Wednesday.
मुंबई 3 जून, 2016,
रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी को अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी (IOC) की सदस्यता के लिए आज उम्मीदवार के तौर पर नामित किया गया है। स्विट्जरलैंड के लुसान (Lausanne) में स्थित IOC के मुख्यालय में यह चुनाव पूर्व घोषणा की गई।
इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी (IOC) ओलम्पिक खेलों की सर्वोच्च संस्था है। IOC ओलम्पिक से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति एंव संस्था को एक मंच पर साथ लाने का काम करती है। यह अलग अलग देशों की राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियां (NOCs), विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों (IFs), खिलाड़ी, ओलम्पिक खेलों की आयोजन समिति (OCOGs), संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसियों और अन्य भागीदारों को एक साथ लाकर, उनके बीच तालमेल बैठाने का काम करती है। विभिन्न कार्यक्रमों, आयोजनों और प्रोजेक्टस् के ज़रिये इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी (IOC) ओलम्पिक खेलों को सफलता पूर्वक अंजाम देती है। IOC यह सुनिश्चित करती है कि ओलम्पिक खेलों का आयोजन नियमित रूप से हो। दुनिया भर में खेल और खेल भावना को प्रोत्साहन मिले इसके लिए IOC ओलम्पिक से जुड़ी सदस्य संस्थाओं को हर संभव मदद करती है।
IOC के नए सदस्यों का चुनाव ब्राजील के ‘रियो डी जनेरियो’ शहर में होगा। यह चुनाव IOC के 129वें सत्र में 2 से 4 अगस्त, 2016 के बीच संपन्न होगा। ओलम्पिक एंजेडा 2020 की सिफारिशों के आधार पर एक नयी और स्वतंत्र प्रक्रिया के तहत नीता अम्बानी का चयन हुआ है। चुन लिए जाने पर वे 70 वर्ष की आयु तक सदस्य बनी रहेंगी।
नीता अंबानी ने कहा कि “IOC द्वारा नामित किया जाना बेहद सम्मान की बात है। मेरा विश्वाश है कि खेल हमारे युवाओं की ज़िंदगी को संवारने की ताकत रखते हैं। खेलों से विभिन्न समुदाय न सिर्फ एक मंच पर आते है बल्कि ये अलग संस्कृतियों एवं पीढ़ियों के बीच की खाई को भी पाटते हैं। IOC ने ये मौका मुझे दिया इसके लिए मैं IOC की बहुत आभारी हूं। यह समूचे भारत और भारतीय महिलाओं का सम्मान है। मैं IOC के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपना योगदान देने के लिए बहुत उत्साहित हूँ।“
नीता अंबानी पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी के लिए नामित किया गया है। देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नीता अंबानी ने जमीनी स्तर पर कई नई पहल कीं हैं। बड़े पैमाने पर नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियो की पहचान और विकास पर उन्होंने खास ध्यान दिया है। उनके द्वारा जमीनी स्तर पर शुरू किये गए कई खेल कार्यक्रमों और प्रतिभा विकास योजनाओं से अब तक 30 लाख से ज्यादा बच्चों को फायदा पहुंचा है।

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