ममता के बाद माया का अल्टिमेटम, पीएम भी अड़े

तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी के 72 घंटे के अल्टिमेटम के बाद मायवती ने भी डीजल कीमत बढ़ने और एफडीआई को मंजूरी का विरोध करते हुए सरकार को समर्थन पर पुनर्विचार की धमकी दे दी है।

दूसरी तरफ तमाम आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए प्रधनमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हम कठिन दौर से गुजर रहे हैं और कड़े फैसले लेने होंगे। फैसलों को वापस लेने की संभवाना को खारिज करते हुए पीएम ने डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी और एफडीआई के ऐलान पर सरकार का जमकर बचाव किया।

योजना आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री ने डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को सही दिशा में उठाया हुआ कदम बताया। साथ ही उन्होंने कहा,’एफडीआई से देश के आर्थिक हालात सुधरेंगे। देश में आर्थिक मंदी का दौर है। ऐसे में भारत की इकॉनमी पर भी असर पड़ा है।’

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सरकार के फैसलों को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि वह 10 अक्टूबर को फैसला करेंगी कि यूपीए को बाहर से समर्थन जारी रखा जाए या नहीं। आज मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार के हालिया कदम जनविरोधी हैं और उनकी पार्टी इसका विरोध करती हैं। उन्होंने 9 अक्टूबर को सरकार की नीतियों के विरोध में लखनऊ के अंदर संकल्प महारैली का ऐलान करते हुए कहा कि वह अगले दिन पार्टी की राष्ट्रीय कार्याकारिणी की बैठक में फैसला करेंगी कि यूपीए को बाहर से समर्थन देना जारी रखा जाए या नहीं।

दूसरी तरफ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने तेवर सख्त करते हुए कहा है कि डेडलाइन खत्म होने के बाद वह कड़े फैसले लेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को एफडीआई का फैसला मंजूर नहीं है और सरकार को इसे वापस लेना होगा। ममता ने कहा कि यूपीए-2 की सरकार कांग्रेस की जागीर नहीं और कांग्रेस को हमारी बात सुननी पड़ेगी।

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