संत षिरोमणि गोपाल मणि महाराज की गौ-कथा 11 को

गोपाल मणि महाराज
गोपाल मणि महाराज
विदिषा-9 दिसम्बर 2016/विष्वविख्यात राष्ट्रीय गौ-भक्त क्रांतिकारी संत षिरोमणि गोपाल मणि महाराज की एक दिवसीय गौ-कथा रविवार 11 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्थानीय सावरकर बालविहार में आयोजित की गई है। महाराजश्री द्वारा गौ-संरक्षण हित हेतु देषभर के सभी जिलों की ‘‘गौ-प्रतिष्ठा यात्रा’’ के क्रम में विदिषा जिले की यात्रा के अवसर पर यह आयोजन किया गया है।
स्थानीय गौ-षाला के प्रमुख कर्ता-धर्ता, श्रीहरि वृद्धाश्रम समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी और विभिन्न अन्य समाजसेवी तथा आध्यात्मिक संस्थाओं के जाने-माने समाजसेवी विष्णू नामदेव इस आयोजन के मुख्य मनोरथी-संयोजक हैं। यह आयोजन भारतीय गौ-क्रांति मंच विदिषा के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। शनि पांचाल भी प्रमुख आयोजक हैं। इस ज्ञान-यज्ञ कथा में संत षिरोमणि श्री गोपाल मणि महाराज द्वारा गौ-माता के परम पवित्र देह में सभी 33 करोड़ देवी-देवताओं के विद्यमान होने की महत्ता प्रतिपादित की जाएगी। गौ-माता की विषिष्ट गरिमा-महिमा इस कथा के केन्द्र में रहेगी। इस अवसर पर भारतीय गौ-क्रांति मंच विदिषा की गतिविधियों का विस्तार भी किया जाएगा। विष्णू नामदेव तथा शनि पांचाल ने सभी धर्मानुरागी गौ-भक्तों को कथा में पधारने का आग्रह किया है।

संत षिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागरजी के श्री हरि वृद्धाश्रम प्रबन्धन ने पखारे चरण

acharyshriविदिषा-9 दिसम्बर 2016/संत षिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज ने आज जब विदिषा से गमन-प्रस्थान किया तो उनके रास्ते में अवस्थित श्रीहरि वृद्धाश्रम के प्रबन्धन द्वारा आश्रम के समक्ष जैन ब्रह्मचारिणी हेमा दीदी के सानिध्य में आचार्यश्री के चरण पखारे गए। स्मरणीय है कि इसके पूर्व जब आचार्यश्री हालही भोपाल में चातुर्मास कर रहे थे, तब श्रीहरि वृद्धाश्रम समिति की अध्यक्षा श्रीमती इन्दिरा शर्मा तथा वेदप्रकाष शर्मा ने आचार्यश्री से भोपाल में आषीर्वाद ग्रहण कर वृद्धाश्रम की सेवाओं से अवगत कराया था। इसी का परिणाम रहा कि आचार्यश्री वृद्धाश्रम के समक्ष रूके और उन्होंने अपने चरण पखारने का अवसर वृद्धाश्रम के प्रबन्धन को प्रदान किया।
श्रीहरि वृद्धाश्रम समिति की अध्यक्षा श्रीमती इन्दिरा शर्मा ने बताया कि हमारी महत्वाकांक्षा तो वृद्धाश्रम में आचार्यश्री के प्रवचन कराने की थी, परन्तु आचार्यश्री के विदिषा में कुछ ही समय रूकने तथा दूसरे दिन ही विदिषा से गमन-प्रस्थान करने के कारण वृद्धाश्रम उनके प्रवचन से चाहे वंचित रह गया, पर प्रबन्धन को उनकी चरण वंदना करने का दुर्लभ अवसर तो प्राप्त हो ही गया। यहां यह भी स्मरणीय है कि इसके पूर्व स्थानीय शीतलधाम में जैन ब्रह्मचारिणी हेमा दीदी एवं पं. महेन्द्र जैन के नेतृत्व में वृद्धाश्रम प्रबन्धन के उपाध्यक्ष विष्णु नामदेव, सचिव कृष्ण बल्देव भट्ट, संयुक्त सचिव शषि सिलाकारी एवं सलाहकार मण्डल के देवेष आर्य, केएन कनकने, डॉ. ओपी चौबे, आरपी सिंह, सीएल गोयल तथा वेदप्रकाष शर्मा ने आचार्यश्री को श्रीफल भेंटकर वृद्धाश्रम पधारने का निवेदन किया था। इसी अवसर पर केएन कनकने ने शीतलधाम में निर्माणाधीन मंदिर के लिए 5000 रू. प्रदान करने की घोषणा भी की।

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