संत और शिक्षक की समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका : कोहली

गुजरात के राज्यपाल श्री ओ. पी. कोहली जैन संत गणि राजेन्द्र विजयजी के सान्निध्य में आदिवासी शिक्षकों को सम्मानित करते हुए।
गुजरात के राज्यपाल श्री ओ. पी. कोहली जैन संत गणि राजेन्द्र विजयजी के सान्निध्य में आदिवासी शिक्षकों को सम्मानित करते हुए।
गांधीनगर, 4 अप्रैल 2017
गुजरात के राज्यपाल श्री ओ. पी. कोहली ने राजभवन में सुखी परिवार फाउंडेशन-नई दिल्ली की ओर से आयोजित आदिवासी शिक्षक विद्यार्थी सम्मान समारोह में आदिवासी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों एवं मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया। जैन संत एवं आदिवासी मसीहा गणि राजेन्द्र विजयजी के सान्निध्य में आयोजित इस समारोह में राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि राष्ट्रीय एकता एवं समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्यों की बहुत जरूरत है। संत और शिक्षक की समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है। आदिवासी उत्थान और उन्नययन की आवश्यकता व्यक्त करते हुए श्री कोहली ने कहा कि राष्ट्र के चरित्र निर्माण में सुखी परिवार अभियान का महत्वपूर्ण योगदान है। गणि राजेन्द्र विजय गुजरात के आदिवासी अंचलों में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, गुजरात में ऐसे ही गैर सरकारी संगठनों के प्रयत्नों से संतुलित विकास को संभव बनाया जा सकता है।
श्री कोहली ने सम्मानित होने वाले शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के कार्यों से आदिवासी जनजीवन को उन्नति को अग्रसर किया जा सकता है। श्री कोहली ने कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति रही है कि यहां वैभव सदा त्याग के चरणों में लुटता रहा है। आज त्याग के मूल्य को प्रतिष्ठित करके ही हम राष्ट्रीय चरित्र को सुरक्षित कर पायेंगे। विदित हो कि गणि राजेन्द्र विजयजी गुजरात के आदिवासी अंचल के कवांट, बलद गांव, बोडेली आदि में अनेक शिक्षा, सेवा एवं संस्कार-निर्माण की गतिविधियां संचालित कर रहे हैं।
गणि राजेन्द्र विजय ने कहा कि अध्यात्म और राजनीति के साथ-साथ गुजरात मंे आज आदिवासी आर्थिक क्रांति की जरूरत है। समतामूलक समाज की स्थापना से ही हिंसा, आतंकवाद एवं नक्सलवाद की समस्या से मुक्ति पायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश एक नई करवट ले रहा है। आज सरकारी योजनाओं को सही रूप में क्रियान्वित करने के लिए सुखी परिवार अभियान जैसे संगठनों और संस्थाओं की आवश्यकता है जो सही अर्थ में लोगों का कल्याण कर सके।
गणि राजेन्द्र विजय ने आदिवासी अंचल में संचालित हो रही जनकल्याणकारी गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अहिंसा आज विश्व की जरूरत बन गया है। हिंसा के इस युग में अहिंसा की स्थापना के लिए संतों के साथ-साथ सत्ता को भी प्रयास करने चाहिए। आर्थिक व्यवस्था बदले बिना कोई भी व्यवस्था सफल नहीं हो सकती।
अवगत हो गणि राजेन्द्र विजयजी गुजरात से दिल्ली तक की अपनी पदयात्रा के दौरान आज राजभवन पहुंचे जहां राज्यपाल श्री कोहली के साथ-साथ आदिवासी जनकल्याण मंत्री श्री जसवंत सिंह भाभोर एवं सांसद श्री रामसिंहभाई राठवा ने उनका स्वागत करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों में हरलाभाई राठवा, तेरसींगभाई राठवा, रमेशभाई राठवा, रमणभाई राठवा, गोविंदभाई राठवा, रामदासभाई राठवा, नरेशभाई राठवा, जगदीशभाई राठवा, माधुभाई राठवा, किरणभाई राठवा प्रमुख हैं। ये सभी शिक्षक सुखी परिवार फाउंडेशन द्वारा संचालित एकलव्य माॅडल आवासीय विद्यालय, कवांट के अलावा आदिवासी क्षेत्र छोटा उदयपुर, वजेपुर, रातरिया, बोडेली, रायपुर, भुमसवाडा, धोधादेव, जुटालिया आदि क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस अवसर पर प्रो. रजनीकांत शाह, भरतभाई डोसी आदि उपस्थित थे।

(ललित गर्ग)
सुखी परिवार एकलव्य आवासीय माॅडल विद्यालय
कवांट, (गुजरात)
मो. 9811051133

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