विदिषा-02 जून 2017/ माँ वैत्रवती (बेतवा) गंगा की जयंती गंगा-दषहरा पर कल 4 जून रविवार को स्थानीय माँ वैत्रवती तट स्थित शनिदेव मंदिर के समीप बड़वाले घाट पर धर्मश्री के तत्वावधान में उत्सव के रूप में उत्साहपूर्वक मनाई जाएगी। सायंकाल 6 बजे माँ वैत्रवती गंगा का परम्परागत मंत्रोच्चार अभिषेक होगा। तत्पष्चात 6.30 बजे महागंगा आरती होगी। माँ वैत्रवती गंगा मंगल आरती सेवा समिति के संयोजक भजन गायक पं. मनीष चतुर्वेदी ने बताया कि इसी अवसर और स्थल पर रात्रि 7 बजे आमंत्रित अतिथियों के उद्बोधन होंगे। तत्पष्चात रात्रि 8.30 बजे भजन संध्या प्रारंभ होगी। रात्रि 10.30 बजे उत्सव का शुभ समापन प्रसादी वितरण के साथ होगा।
पं. मनीष चतुर्वेदी ने बताया कि इस अवसर पर नित्य गंगा आरती के मार्गदर्षक दिवंगत वरिष्ठ धर्माधिकारी पं. गोविन्द प्रसाद चतुर्वेदी शास्त्रीजी तथा बेतवा माता के लिए आजीवन संघर्षरत रहे नित्य गंगा आरती के प्रेरणास्रोत बेतवा बाबा के नाम से सुविख्यात स्व. पं. मदनलाल शर्मा को श्रद्धा सुमन भी समर्पित किए जाएंगे। सेवा समिति के संचालक चरणसिंह लोधी ने बताया कि इस समग्र समारोह में राज्यमंत्री सूर्यप्रकाष मीणा मुख्य अतिथि होंगे तथा ग्यारसपुर के जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेष कटारे अध्यक्षता करेंगे। विदिषा नगरपालिका अध्यक्ष मुकेष टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष तोरणसिंह दांगी, विधायक कल्याण सिंह दांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेष सोनी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष श्यामसुन्दर शर्मा तथा श्रीमती रमादेवी ठाकुर विषिष्ट अतिथि होंगे। वरिष्ठ समाजसेवी अभिभाषक पं. लक्ष्मीनारायण दण्डोतिया, वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज कटारे तथा उद्योगपति राकेष शर्मा सेवा समिति के संरक्षक के नाते विषेष रूप से उपस्थित रहकर समारोह की शोभा बढ़ाएंगे।
वर्ष 2009 से निरंतर जारी है बेतवा गंगा की नित्य मंगल आरती
पतित पावती वैत्रवती के शनिदेव मंदिर के समीप स्थित बड़वाले घाट पर माँ वैत्रवती गंगा मंगलआरती समिति द्वारा समिति संयोजक पं. मनीष चतुर्वेदी के कुषल नेतृत्व में हरियाली अमावस्या 22 जुलाई 2009 से बेतवा गंगा माँ की नित्य सायंकाल आरती निरंतर हो रही है। इस मध्य विषेष अवधि की पूर्णता, यथा प्रत्येक 50 दिन की पूर्णता पर महाआरतियां भी सतत जारी रही हैं। भगवान श्री रामजी तथा श्री लक्ष्मणजी की पावन चरणरज से सम्पन्न श्री चरणतीर्थ धाम को देष के लोकप्रिय पुनीत तीर्थ धाम के रूप में स्थापित किए जाने हेतु यह आरती की जा रही है। माँ बेतवा को सदानीरा तथा निर्मल, स्वच्छ बनाने के साथ माँ नर्मदा में माँ वैत्रवती के विलय हेतु निरंतर प्रयास इस आरती के माध्यम से किए जा रहे हैं। क्षेत्र की विषिष्ट पौराणिक, आध्यात्मिक-धार्मिक, ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक विरासत से देषवासियों सहित समूचे संसार को अवगत कराने के प्रयास भी आरती के माध्यम से किए जा रहे हैं। हरियाली अमावस्या, गंगा दषहरा आदि विषेष पर्वों पर महाआरती सहित अवसरानुकूल विषेष आध्यात्मिक आयोजन भी इस दौरान जारी रहे। वैत्रवती सहित देष की सभी नदियों को परम पतित पावनी माँ गंगा के समान स्थान प्रदान कराने, प्रत्येक नदी के समुचित संरक्षण, सम्बर्द्धन हेतु जनजागरण भी जारी है। समिति का सदस्यता अभियान भी प्रगति पर है।