अशोक लीलैंड, होसुर युनिट II ने जीता डेमिंग पुरस्कार

ऽ विनिर्माण कारखाने के लिए दूसरी बार प्रतिष्ठित डेमिंग पुरस्कार जीतने वाली जापान के बाहर की एकमात्र व्यावसायिक वाहन (सीवी) निर्माता
ऽ 2016 में अशोक लीलैंड, पंतनगर जापान के बाहर प्रतिष्ठित डेमिंग पुरस्कार जीतने वाला पहला सीवी निर्माता कारखाना था

DSC_2217चेन्नई, नवम्बर 2017: हिन्दुजा ग्रुप की अग्रणी इकाई अशोक लीलैंड की होसुर युनिट प्प् को कल 2017 डेमिंग पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डेमिंग पुरस्कार टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह एक विश्वव्यापी और सबसे पुराना पुरस्कार है जिसे दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है। यह पुरस्कार उन कंपनियों को दिया जाता है जिन्होंने ग्राहक अभिमुख व्यावसायिक लक्ष्य स्थापित किया है और उन्हें हासिल करने के लिए टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट (टीक्युएम) लागू किया है। वर्ष 2016 में अशोक लीलैंड पंतनगर कारखाना दुनिया का पहला ट्रक और बस कारखाना और जापान के बाहर एकमात्र सीवी निर्माता था जिसने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता था। इस वर्ष होसुर युनिट प्प् के विजेता बनने के साथ अशोक लीलैंड लगातार यह पुरस्कार जीतने वाला जापान के बाहर एकमात्र व्यावसायिक वाहन निर्माता बन गया है।

अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक, श्री विनोद के. दासरी ने कहा, ”अशोक लीलैंड ब्रांड गुणवत्ता का प्रतीक है। हम अपने हर काम में सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं। लगातार दूसरी इकाई द्वारा डेमिंग पुरस्कार प्राप्त करना हमारी प्रयासों और विश्वास का प्रमाण है। अशोक लीलैंड की पूरी टीम को इस उपलब्धि पर गर्व है। गुणवत्ता ‘आपकी जीत, हमारी जीत’ के हमारे वादे का अभिन्न हिस्सा है और हम स्वयं के लिए और संपूर्ण उद्योग के लिए भी इसका मापदंड ऊँचा करते रहेंगे। हमारे लिए यह निःसंदेह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि और उद्योग में प्रथम नवप्रवर्तन की दिशा में कंपनी के लिए एक और मील का पत्थर है।“

श्री आर. शिवनेसन, वरीय वाइस प्रेसीडेंट-क्वालिटी, सोर्सिंग एवं सप्लाई चेन, अशोक लीलैंड ने कहा कि, ”पंतनगर के बाद, अब हमारे होसुर कारखाने ने टीक्युएम के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान हसािल किया है जिसे जापान के बाहर किसी भी व्यावसायिक वाहन निर्माता ने अभी तक हासिल नहीं किया था। यह कुशल मानव संसाधन प्रबंधन के साथ गुणवत्तापूर्ण पद्धतियों और ग्राहक अभिमुखता पर हमारी गहन फोकस का ही परिणाम है। यद्यपि यह कारखाना लगभग दो दसक से कुछ ही पहले स्थापित किया गया था, तथापि यहाँ पेंट शॉप और प्रेस शॉप सहित अत्याधुनिक फिनिशिंग एवं असेम्बलिंग सुविधाएँ उपलब्ध हैं। हमारे होसुर कारखाने द्वारा यह उपलब्धि हासिल करने से टीक्युएम की राह पर अपना अभियान जारी रखने और नए मोर्चों पर अपना झंडा बुलंद करने की दिशा में हमारे बाकी कारखानों की सफलता के प्रति हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है।“

अपनी बात रखते हुए, श्री हरिहर पी., वरीष्ठ वाइस प्रेसीडेंट – विनिर्माण एवं प्रोजेक्ट प्लानिंग, अशोक लीलैंड ने कहा कि, ”हमारे दो-दो विनिर्माण संयंत्रों द्वारा डेमिंग पुरस्कार जीतना, हमारे लिए सचमुच बड़े गर्व की बात है। हम हमेशा ही विश्व-स्तरीय गुणवत्ता कायम रखते हुए अपनी सभी प्रक्रियाओं पर पूरा ध्यान देते हैं और यह पुरस्कार उसी का परिणाम है। हमने प्रभावकारी गुणवत्ता प्रबंधन विधियाँ बनाईं, इन्हें लागू करने के लिए ढाँचा तैयार किया और दिखलाया कि इन विधियों कोकिस प्रकार व्यवहार में अपनाया जा सकता है। यदि हम अपने सभी कामों में उत्कृष्ट गुणवत्ता जारी रखेंगे और हमें अपने हिस्सेदारों का विश्वास और भरोसा मिलता रहेगा।“

डेमिंग पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान के सांख्यिकी गुणवत्ता नियंत्रण प्रसार में योगदान करने वाले डब्लू. एडवर्ड डेमिंग को सम्मानित करने के लिए जैपनीज युनियन ऑफ साइंटिस्ट्स ऐंड इंजीनियर्स (जेयूएसई) द्वारा स्थापित किया गया था। इसके विजेता के चुनाव के लिए एक कठिन प्रक्रिया अपनाई जाती है जो कंपनी और परीक्षक संगठन, दोनों के लिए काफी श्रमसाध्य और समय लगने वाला होती है। डेमिंग पुरस्कार समिति द्वारा परीक्षण प्रक्रिया को एक ‘जाँच’ से अधिक ‘पारस्परिक विकास’ के अवसर के रूप में लिया जाता है।

आवेदकों को कोई मापदंड या समाधान के लिए कोई समस्या नहीं दी जाती है। बल्कि, अपेक्षा की जाती है कि वे खुद ही व्यावसायिक उद्देश्यों के आधार पर महत्वपूर्ण समस्याओं की पहचान और समाधान पेश करें जिनसे कि गुणवत्तापूर्ण कार्यपद्धतियों को आगे और विकसित किया जा सके। अंतिम विजेता का फैसला करने के पहले टोटल क्वालिट मैनेजमेंट (टीक्युएम) के प्रति आवेदकों का नजरिया, उनके कार्यान्वयन की स्थिति और परिणामी प्रभाव जैसे एक-एक पहलुओं पर विचार किया जाता है।

error: Content is protected !!