संकटमोचन व कैंट स्टेशन पर 7 मार्च 2006 को हुए सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपी वलीउल्लाह व शमीम पर से प्रदेश सरकार ने गुपचुप मुकदमा वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार के विशेष सचिव राजेंद्र कुमार की ओर से इस बाबत पत्र जिला प्रशासन को भेजा गया है।
जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में विशेष सचिव ने राज्य बनाम वलीउल्लाह/ शमीम आदि के अभियोग वापसी के बाबत 13 बिंदुओं पर सूचना मागी है। पत्र मिलने के बाद प्रशासनिक व पुलिस महकमे में हलचल है। अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। जिलाधिकारी सौरभ बाबू ने कहा कि उन्हें फोन तो कई आए पर पत्र के बाबत कोई जानकारी नहीं है।
कौन हैं वलीउल्लाह और शमीम : वर्ष 2007 में 6 मार्च को संकट मोचन मंदिर व कैंट रेलवे स्टेशन पर शाम को हुए बम विस्फोट में डेढ़ दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे। दशाश्वमेध घाट के पास इसी दिन कुकर में भी सक्त्रियता के चलते विस्फोटक मिला था जिससे गंगा आरती में खलल डालने की कोशिश थी। जाच में फूलपुर (इलाहाबाद) का रहने वाला वलीउल्लाह और चंदौली के रहने वाले हूजी कमाडर शमीम का नाम आया था। वलीउल्लाह इस समय गाजियाबाद जेल में है। वकीलों द्वारा मुकदमा न लड़ने के कारण विस्फोट से संबंधित वलीउल्लाह का केस गाजियाबाद ट्रासफर हुआ था। भगोड़ा घोषित आतंकी शमीम अभी पकड़ से बाहर है।
मागी गई सूचनाएं
वाद संख्या/मुकदमा अपराध संख्या, अपराध की धाराएं, न्यायालय का नाम जहा प्रकरण निलंबित है, अभियुक्तगण के नाम जिनके विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र प्रेषित किया गया है, वाद की प्रथम सूचना रिपोर्ट/आरोप पत्र की स्पष्ट व पठनीय प्रति, वादी पक्ष की चोटों का विवरण, विवेचना के दौरान बरामदगी का विवरण, न्यायालय में मुकदमे की अद्यतन स्थिति, यदि क्त्रास केस हो तो उसका विवरण, केस डायरी में उपलब्ध साक्ष्य का परीक्षण अभियोजन अधिकारी से कराकर साक्ष्य का विश्लेषण करते हुए अभियोजन की सफलता एवं दुर्बलता के बारे में विवरण, वाद वापसी के संबंध में संबंधित अभियोजन अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का स्पष्ट मत, वाद वापसी के संबंध में जनहित के दृष्टिगत आपका स्पष्ट मत।