निषादों के आरक्षण के लिए मुकेश सहनी ने किया आर-पार की लड़ाई का ऐलान

सहरसा, 10 मार्च 2018: सहरसा जिले के जिला मुख्यालय पर निषाद विकास संघ द्वारा आयोजित महाधरना में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ़ मल्लाह श्री मुकेश सहनी ने आज आरक्षण के लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया. इस दौरान श्री सहनी ने कहा कि कि पश्चिम बंगाल तथा दिल्ली जैसे राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण प्राप्त है. अगर हमारा देश एक है तथा देश में सबके लिए एक संविधान तथा एक टैक्स है तो बिहार में निषादों को आरक्षण क्यों नहीं ?

उन्‍होंने कहा कि अगर किसी कारणवश 2018 की छमाही तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिलता है तो अक्टूबर में पटना के गाँधी मैदान में विशाल जनसभा कर संगठन के द्वारा पार्टी के नाम की घोषणा की जाएगी. साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीटों पर अपनी पार्टी के बैनर तले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. श्री सहनी ने कहा कि कई राजनीतिक दल उन्हें पार्टी में महत्वपूर्ण पद देने का वादा कर रहे हैं, मगर वे किसी भी तरीके का समझौता नहीं करेंगे. वे हर हाल में बिहार में निषाद समाज के लिए नंबर एक की कुर्सी चाहते हैं.

वहीं, जिले के कोने-कोने से हजारों निषादों ने आरक्षण के लिए सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में एकसाथ महाधरना प्रदर्शन में भाग लिया. प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में आरक्षण के लिए किसी एक समुदाय द्वारा यह सबसे बड़ा धरना-प्रदर्शन था. साथ ही रविवार को 11 मार्च को मुजफ्फरपुर में करीब 20 हजार बाइक के साथ एक महारैली निकालकर सन ऑफ़ मल्लाह अपनी ताकत का एहसास करवाएँगे. सन ऑफ़ मल्लाह सहरसा, मधेपुरा तथा सुपौल में धरने में शामिल हुए. उनकी पत्‍नी मुंबई से दरभंगा आकर महाधरना में शामिल हुईं.

इससे पहले विगत 4 फ़रवरी को सन ऑफ़ मल्लाह ने पटना के एस के मेमोरियल से आरक्षण के लिए बिहार के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एकसाथ महाधरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. उनके एक आह्वान पर आरक्षण के लिए उमड़े जनसैलाब से बिहार में निषादों को आरक्षण मिलने की राह अत्यंत आसान हो गई है. शनिवार को राज्यव्यापी महाधरना प्रदर्शन में राज्य के लाखों निषादों ने एकसाथ प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आरक्षण के लिए बिगुल फूंका. इस महाधरना प्रदर्शन से बिहार के राजनैतिक गलियारे में उथल-पुथल मची हुई है. हर ओर निषाद आरक्षण के ही चर्चे हैं. प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सन ऑफ़ मल्लाह के आरक्षण की लड़ाई के चर्चे ने जोर पकड़ लिया है. पूरे देश का निषाद समाज सन ऑफ़ मल्लाह के साथ मजबूती के साथ खड़ा है.

सन ऑफ़ मल्लाह श्री मुकेश सहनी निषाद विकास संघ के बैनर तले निषादों के आरक्षण की मांग विगत तीन वर्षों से कर रहे हैं. विगत विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा बीजेपी अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा निषादों को आरक्षण देने के वादे के पश्चात सन ऑफ़ मल्लाह ने चुनाव में बीजेपी का साथ दिया था. मगर ढाई साल से अधिक समय हो जाने के बाद भी राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा निषाद आरक्षण को लेकर कार्य नहीं किया जा रहा. राज्य तथा केंद्र सरकार बिहार में निषादों के साथ छल करती प्रतीत हो रही है. ऐसे में सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में बिहार के निषादों में सरकार के खिलाफ भयंकर आक्रोश व्याप्त है.

ज्ञात हो कि सन ऑफ़ मल्लाह निषादों को आरक्षण दिलाने के लिए लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं. सन ऑफ़ मल्लाह का कहना है कि निषाद आरक्षण के लिए जरुरी एथ्नोग्रफिक रिपोर्ट राज्य सरकार जल्द-से-जल्द केंद्र को भेजे. इससे पहले सितंबर 2015 में सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में बिहार के लाखों निषादों ने आरक्षण के लिए प्रदर्शन किया था. फलस्वरूप महज 12 घंटों के अंदर ही बिहार कैबिनेट ने राज्य में निषादों को आरक्षण देने की अनुशंसा करने पर विवश होना पड़ा था. मगर उसके बाद राज्य सरकार इसके प्रति उदासीन हो गई.

शनिवार के महाधरना प्रदर्शन के बाद राज्य तथा केंद्र सरकार सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में निषादों के ताकत से भलीभांति अवगत हो गई है. निषाद आरक्षण के लिए सन ऑफ़ मल्लाह का आन्दोलन पूरे शबाब पर है. इस महाधरना प्रदर्शन के बाद इसकी पूरी संभावना है कि अतिशीघ्र राज्य सरकार प्रदेश में निषाद आरक्षण के लिए माकूल कदम उठाएगी.

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