नाबालिक के व्यवसायिक यौन शोषण के जुर्म में हो सकती है फांसी

मेरठ | मेरठ के फोकस्ड टास्क यूनिट जिसकी स्थापना नाबालिगों के व्यावसायिक शोषण करने वाले ग्राहकों को पकड़ने के लिए हुई थी, कल एक सफल ऑपरेशन में 4 पीड़ितों को रेस्क्यू किया गया और 1 कस्टमर को गिरफ्तार किया गया ,पकड़े गए ग्राहक का नाम मोहम्मद शमी है जोकि श्यामनगर लिसाड़ी गेट मेरठ का निवासी है |
रेस्क्यू किए गई दो पीड़ितों की उम्र 18 से कम है और उन्हें नेपाल का बताया जा रहा है , शमी पे आईपीसी की धारा 372 और 373 लगाई जाएगी और बोन ऑसिफिकेशन जांच के बाद नाबालिक पीड़ितों के शोषण करने वालों पे पोक्सो भी लगाया जा सकता है जिसको हाल ही में संशोधित किया गया है पोक्सो में सज़ा के तौर पर फांसी भी हो सकती है|

यह रेड कबाड़ी बाजार के पास पिंकी नामक दलाल के सेफ हाउस पर हुई पिंकी अभी तक फरार है सभी पीड़ितों अभी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के पोस्ट, पुलिस लाइन में हैं . यह ऑपरेशन 10 सितंबर को फोकस्ड टॉस्क यूनिट ने किया | ऑपरेशन में पुलिस के सब इंस्पेक्टर लतेश वर्मा , एएचटीयू के अधिकारी और टास्क यूनिट के अन्य सदस्य मौजूद थे ऑपरेशन की तैयारी पिछले 1 महीने से चल रही थी कार्य में व्यस्त महिलाओं को भी बचाया गया दूसरी दो पीड़ित राजस्थान नाट समुदाय से हैं |

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