8 कोयला ब्लॉकों का आवंटन रद, 14 पर फैसला कल

कोयला मंत्रालय ने प्रमुख कंपनियों को मिले आठ कोयला ब्लॉकों का आवंटन रद कर दिया है। अंतर-मंत्रीय समूह [आइएमजी] के फैसले के बाद इस संबंध में आवंटन निरस्त करने संबंधी पत्र जारी कर दिए गए। उधर, आइएमजी सोमवार को 14 अन्य कोयला खदानों के भाग्य का फैसला करेगा।

कोयला खदानें गंवाने वाली कंपनियों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, गुजरात अंबुजा सीमेंट, लाफार्ज, इलेक्ट्रोथर्म इंडिया और केशोराम इंडस्ट्रीज शामिल हैं। इन कोल ब्लॉकों का आवंटन इसलिए रद किया गया, क्योंकि ये कंपनिया खदानों से तय समय पर उत्पादन नहीं शुरू कर पाईं और न ही इस देरी के पीछे कोई सटीक वजह बता पाई। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि 13 अन्य कोल ब्लॉकों का आवंटन निरस्त करने की भी प्रक्रिया चल रही है।

रद हुए कोल ब्लॉकों में भास्करपारा इलेक्ट्रोथर्म और ग्रासिम को आवंटित किया गया था। दुर्गापुर-2/सरिया ब्लॉक बीडी पावर को और दाहेगाव व मकरधोकड़ा-4 ब्लॉक आइएसटी स्टील एंड पावर, गुजरात अंबुजा और लाफार्ज को संयुक्त रूप से आवंटित किए गए थे। इसी तरह गोंडखरी ब्लॉक का आवंटन महाराष्ट्र सीमलेस, धारीवाल इंफ्रा और केशोराम को संयुक्त रूप से हुआ था। मरकी मंगली 2, 3 व 4 ब्लॉक वीरागना स्टील और चिनौरा व वारोरा [पश्चिम] फील्डमाइनिंग और इस्पात को मिले थे। मध्य प्रदेश में रामनवारा उत्तरी ब्लॉक एसकेएस इस्पात एंड पावर और नेरेद मालेगाव ब्लॉक गुप्ता मेटलिक्स एंड गुप्ता कोल को दिए गए थे।

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