डीएसपी इनवेस्टमेंट मैनेजर्स ने डीएसपी टाइगर फंड के ओएफओ का अनावरण किया

मुंबई, अक्टूबर, 2021: डीएसपी इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (डीएसपीआईएम) ने डीएसपी इंडिया टाइगर फंड (द इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ एंड इकॉनमिक रिफॉर्म्स फंड) के ओल्ड फंड ऑफरिंग (ओएफओ) की घोषणा की है। यह फंड आर्थिक चक्र और आर्थिक सुधारों में ग्रोथ की रिकवरी का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है। डीएसपीआईएम का मानना है कि निवेश चक्र नीचे आ गया है और इसमें तेजी आने के सभी लक्षण मौजूद हैं। इसमें अगले 3-5 वर्षों के दौरान खर्च को लेकर साफ स्थिति नजर आ रही है। अनुकूल वृहद कारक और प्रमुख सुधारों के कार्यान्वयन जैसे बुनियादी कारक भी अपनी जगह मौजूद हैं। इसलिए, बुनियादी ढांचा निवेश देश के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर को गति दे सकता है।
सरकारी, निजी और रियल एस्टेट क्षेत्रों के तीन प्रमुख क्षेत्रों में खर्च में तेजी आने की उम्मीद है। नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन पर सरकार की पहल सड़कों, रेलवे, पानी और हवाई अड्डों जैसे क्षेत्रों में अगले कई सालों के दौरान किए जाने वाले खर्च की स्थिति स्पष्ट कर रही है। इससे सीमेंट, स्टील और अन्य पूंजीगत उपकरणों जैसे प्रमुख क्षेत्रों की मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिससे निजी क्षेत्र के लिए क्षमता उपयोग और पूंजीगत व्यय का पुनरुद्धार होगा। रियल एस्टेट सेक्टर में तीन कारकों के कारण बहु-वर्षीय मांग चक्र को बनाए रखने के लिए संरचनात्मक चालक भी मौजूद हैं, जिसमें सर्वाधिक कम मोर्टगेज दर, संपत्ति की स्थिर कीमतें और कर समायोजित मार्टगेज दरों और किराया प्रतिफल के बीच कई दशकों का निम्न अंतर मौजूद है।
डीएसपीआईएम का मानना है कि आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने हेतु वैश्विक आवश्यकता से लाभ उठाने के लिए भारत के पास अपने विनिर्माण को बढ़ाने का एक मजबूत अवसर है। प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के हिस्से के रूप में आयात पर अंकुश लगाने, शुल्क लगाने और घरेलू विनिर्माण क्षमता स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन की घोषणा के संदर्भ में सरकार की पहल से हमें इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलनी चाहिए। अगले पांच वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स, रसायन, फार्मा और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में पीएलआई से संबंधित निवेश की उम्मीद है।
डीएसपीआईएम इस पूंजीगत व्‍यय चक्र (कैपेक्‍स साइकल) में ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन, डेटा सेंटर, नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन जैसे नई उभरती थीम को भी देख रहा है। चूंकि इन निवेश योग्य क्षेत्रों का भार निफ्टी 50 इंडेक्स में 21 सितंबर को 7 दिसंबर के 67% से घटकर 25% हो गया, इसलिए थीमैटिक फंड निवेश चक्र में इस तेजी का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करते हैं।
डीएसपी इंडिया टाइगर फंड उच्च गुणवत्ता वाले स्टॉक की अधिक संख्या और उच्च दृश्यता, कम चक्रीयता और बेहतर विकास क्षमता वाले विषयों और व्यवसायों की पहचान करके मौजूद जोखिम को कम करना चाहता है। फंड चक्रीय और निरपेक्ष विकास क्षेत्रों के बीच संतुलन बनाने की भी कोशिश करता है।
डीएसपी इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के सीईओ और एमडी कल्पेन पारेख ने कहा, ‘’भारत का कैपेक्‍स साइकल पीएलआई, रियायती कॉरपोरेट टैक्स, उच्च उद्योग उपयोग और कम ब्याज दरों जैसी सही सरकारी नीतियों के संयोजन के बीच में है, जो निवेश की मांग को भुनाने के लिए एक साथ मौजूद हैं। हमें लगता है कि यह निवेशकों के लिए अवसर को उजागर करने और उन्हें इस फंड में निवेश करने का मौका देने का एक अच्छा समय है, जो ऐसे व्यवसायों का स्वामित्व रखते हैं कि वह एक मजबूत निवेश ढांचे के साथ अवसर का दोहन कर सकते हैं।”

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