निस्बड ने युवाओं को उद्यमिता कौशल के साथ सशक्त बनाने के लिए एनएसटीआई में 20 एक्सटेंशन सेंटर्स स्थापित किए

नई दिल्ली, मार्च, 2022: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) एक शीर्ष संगठन है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मानिर्भर भारत’ विजन को साकार करने और उद्यमिता के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए देश भर में 20 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) में अपने एक्सटेंशन सेंटर्स स्थापित किए। इन सेंटर्स का उद्घाटन एमएसडीई के सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से किया।
20 नए एक्सटेंशन सेंटर्स के उद्घाटन के साथ निस्बड ने एनएसटीआई नोएडा, एनएसटीआई इंदौर, एनएसटीआई मुंबई, एनएसटीआई गोवा, एनएसटीआई वड़ोदरा, एनएसटीआई शिमला, एनएसटीआई बेंगलुरु, एनएसटीआई पानीपत, एनएसटीआई पटना, एनएसटीआई भुवनेश्वर, एनएसटीआई चेन्नई, एनएसटीआई कालीकट, एनएसटीआई जयपुर, एनएसटीआई हैदराबाद, एनएसटीआई हावड़ा, एनएसटीआई लुधियाना, एनएसटीआई जमशेदपुर, एनएसटीआई देहरादून, एनएसटीआई कानपुर और एनएसटीआई जम्मू सहित देश भर में राष्ट्रीय स्तर पर अपने कदम बढाए हैं। ये सेंटर्स संबंधित राज्यों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गतिविधियों का संचालन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान क्रमश: एनएसटीआई मेघालय और त्रिपुरा में भारतीय उद्यमिता संस्थान के 2 सेंटर्स का भी उद्घाटन किया गया।
अपने उद्घाटन भाषण के दौरान, एमएसडीई के सचिव ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) अपने कार्यात्मक निकायों राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड), भारतीय उद्यमिता संस्थान (आईआईई) के साथ देश में उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है। सचिव ने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार हमें जॉब सीकर्स के साथ-साथ जॉब प्रोवाइडर्स बनाने होंगे और इसके लिए उद्यमिता एक महत्वपूर्ण टूल है जिसका बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। निस्बड और एनएसटीआई कौशल विकास के साथ-साथ उद्यमिता को भी बढ़ावा देने के लिए मिलकर कार्य कर सकते हैं और संबंधित राज्यों में उद्यमशीलता का वातावरण बनाने का लक्ष्य रख सकते हैं। यह व्यवस्थित और नियोजित प्रयासों के माध्यम से उद्यमिता के लिए अनुकूल माहौल बनाने में मदद करेगा।

सचिव ने उल्लेख किया कि ये सेंटर्स सार्थक रूप से राज्य स्तर पर उद्यमिता के क्षेत्र में एक वाइब्रन्ट और सीधे तौर पर प्रभाव पैदा करेंगे और उउद्यमशीलता को बढ़ावा देने और विकास के उद्देश्य से एक तालमेल बनाने के लिए मौजूदा संसाधनों को एकीकृत करने का लाभ उठाएंगे।

एमएसडीई के अपर सचिव और डीजीटी के महानिदेशक श्री अतुल तिवारी ने कहा कि, ऊर्जा, उत्साह और नवीनता को देखते हुए, हमारे देश के युवाओं में राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में अत्यधिक योगदान करने की क्षमता है। देश की अर्थव्यवस्था के निर्माण में युवाओं को सबसे आगे रखा जाना चाहिए। यह हमारे लिए एक उच्च प्राथमिकता वाला एजेंडा है। श्री तिवारी ने एनएसटीआई में निस्बड के सेंटर्स खोलने के निर्णय की सराहना की क्योंकि वे सामूहिक रूप से राज्यों में उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर सकते हैं।

मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए निस्बड की निदेशक डॉ. पूनम सिन्हा ने कहा कि, यह निस्बड के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, इसकी पहुंच देश की भौगोलिक सीमाओं में फैलती हुई दिखाई दे रही है। डॉ. सिन्हा ने एमएसडीई के सचिव को उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व के लिए धन्यवाद दिया जिसके कारण निस्बड अखिल भारतीय स्तर पर अपनी पहुंच का विस्तार कर सका।

उद्घाटन समारोह के दौरान डीजीटी की उप महानिदेशक श्रीमती संध्या सलवान और उद्यमिता के निदेशक श्री संदेश एम.तिलकर, भी उपस्थित थे। इस अवसर पर निस्बड फैकल्टी ने एनएसटीआई प्रशिक्षुओं के लिए एनएसटीआई में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके बाद एक सप्ताह का उद्यमिता विकास कार्यक्रम होगा और अपने उद्यम शुरू करने के इच्छुक प्रशिक्षुओं को सलाह और समर्थन प्रदान करेगा।

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