नई दिल्ली, 16 मई 2022: माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘मिशन कर्मयोगी’ के अनुरूप कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने हाल ही में अधिकारियों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित करने हेतु इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के साथ भागीदारी की है। उल्लेखनीय है कि ‘मिशन कर्मयोगी’ सरकारी कर्मचारियों की कैपेसिटी बिल्डिंग करने और माइंडसेट, कार्यप्रणाली और स्किल सेट के आधुनिकीकरण की दिशा में अपनी तरह का पहला प्रयोग है।
एमएसडीई के तहत डिवीजनों में कुल 120 अधिकारी (30 प्रति बैच) आईएसबी हैदराबाद और मोहाली कैंपस में एक व्यापक पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण से गुजरेंगे। अधिकारियों के लिए आयोजित एक दीक्षांत समारोह के साथ 30 अधिकारियों के पहले बैच ने आईएसबी मोहाली परिसर से अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।
एमएसडीई मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्देश्य एमएसडीई के अधिकारियों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के प्रिंसिपल, सेक्टर स्किल काउंसिल, जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के अधिकारियों, सीईओ, राज्य कौशल मिशन निदेशकों के मिक्सड बैच के क्षमता निर्माण प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान कर उन्हें कुशल बनाना है। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सेक्रेटरी श्री राजेश अग्रवाल की उपस्थिति में एमएसडीई और आईएसबी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य स्ट्रैटेजिक माइंडसेट बनाते हुए लीडरशीप स्किल्स को और अधिक मजबूत करना है जिससे डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में सहायता मिल सकेगी। स्ट्रैटेजिक लीडरशीप और मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के माध्यम से, एमएसडीई और आईएसबी अधिकारियों को अपने संबंधित संगठनों के भीतर इनोवेशन का कल्चर बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। बैचों को रणनीतिक रूप से नई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए क्रॉस-लर्निंग को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए जटिलताओं को भी समझा जा सकेगा।
आईएसबी के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीबीसी मेंबर एडमिन श्री प्रवीण परदेसी की गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने स्किल इकोसिस्टम के निर्माण में गवर्नेंस की भूमिका पर एक लेक्चर भी दिया।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सेक्रेटरी श्री राजेश अग्रवाल ने डेवलपमेंट प्रोग्राम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, “भारत एक महाशक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकारी कर्मचारियों के लिए यह आवश्यक है कि वे भारत के आर्थिक विकास में अधिक उपयोगी योगदान देने के लिए स्वयं को कुशल बनाएँ। हम इन विकास कार्यक्रमों के माध्यम से क्रॉस-लर्निंग को बढ़ावा देना चाहते हैं और इससे बिज़नेस स्ट्रैटेजी के कोर कम्पोनेंट्स की समझ को बढ़ावा मिलेगा। हम नई पीढ़ी के कुशल कार्यबल का निर्माण करने के लिए तत्पर हैं जिससे भारत के इनोवेटिव फ्यूचर को एक नई दिशा मिलेगी।
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) के तहत कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार, एमएसडीई के लिए एक स्टैंडिंग कैपेसिटी बिल्डिंग यूनिट 17 जनवरी 2022 के कार्यालय ज्ञापन के माध्यम से बनाई गई थी। यह ट्रेनिंग नीड एनालिसिस (टीएनए) पर सतत आधारित दृष्टिकोण पर एमएसडीई के तहत सभी कर्मचारियों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के साथ कोर्डिनेशन और विभिन्न कैपेसिटी बिल्डिंग इंटरवेंशन्स के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होगी।
एमएसडीई में कैपेसिटी बिल्डिंग की प्रमुख पहल, इंडिया स्किल डेवलपमेंट सर्विस (आईएसडीएस) अधिकारियों के लिए इन्डक्शन प्रोग्राम, सभी एमएसडीई महिला कर्मचारियों के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग, एमएसडीई के 765 अधिकारियों के लिए स्ट्रैस मैनेजमेंट में 5 दिवसीय आर्ट ऑफ लिविंग ट्रेनिंग प्रोग्राम; और एमएसडीई इकोसिस्टम के अधिकारियों सहित 120 अधिकारियों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग इन मैनेजमेंट और लीडरशीप हैं।
