दिल्ली में गैंगरेप की शिकार लड़की की सिंगापुर के अस्पताल में दम तोड़ने के बाद पूरी दिल्ली को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। शनिवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। हालांकि, लोगों को जंतर-मंतर और रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन की इजाजत दी गई है। इन दोनों जगहों को छोड़कर नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए राजपथ, विजय चौक और इंडिया गेट के लिए सभी पहुंचने वाले मार्गो को बंद कर दिया गया है। दिल्ली यातायात पुलिस ने केंद्रीय राजपथ, विजय चौक और सभी इस प्रकार सड़कें जो इंडिया गेट जाती हैं, उन्हें ब्लॉक कर दिया गया है।
तिलक मार्ग, कॉपरनिकस मार्ग, केजी मार्ग, जाकिर हुसैन मार्ग और अशोक मार्ग भी बंद रहेगा। साथ ही, लोगों को सलाह दी गई है कि लोग इस तरफ के मार्गो पर जाने से बचें। इंडिया गेट तक पहुंचने से प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दिल्ली के दस मेट्रो स्टेशनों को भी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
मेट्रो स्टेशनों जोकि बंद किए गए हैं वह हैं- प्रगति मैदान, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स, जोर बाग और खान मार्केट हैं।
इंडिया गेट के आसपास के इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जिन स्टेशनों को बंद किया गया है, वे या तो इंडिया गेट या फिर रायसीना हिल्स के करीब हैं। इन्हीं दो जगहों पर पिछले सप्ताह उग्र प्रदर्शन हुआ था और पुलिस को बलप्रयोग करना पडा था।
अधिकारी ने कहा कि मेट्रो स्टेशन बंद करने का निर्णय दिल्ली पुलिस ने किया है। पुलिस प्रदर्शनकारियों को किसी भी कीमत पर इंडिया गेट पहुंचने से रोकना चाहती है। पिछले सप्ताह भी पुलिस ने ऐसा ही कदम उठाते हुए जोरबाग को छोड़ बाकी नौ मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए थे।
मेट्रो के अलावा इंडिया गेट पहुंचने वाले सड़क मार्ग पर भी अवरोधक लगा दिए गए हैं और वाहनों की आवाजाही बंद हैं। इंडिया गेट और रायसीना हिल्स के आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि प्रदर्शनकारियों को इन जगहों पर पहुंचने से रोका जा सके।
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं ट्रैफिक पुलिस ने भी ट्विट कर लोगों को रूट डायवर्जन के बारे में बताया है।
गौरतलब है कि गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली में जोरदार विरोध-प्रदर्शन किए गए थे।