भीख माँगते बच्चें, दम तोड़ता भविष्य-डॉ ध्रुव सनाढ़य

भारत विश्व में एकमात्र देश है जो विविधताओं से भरा है,विभिन्न जातियां, धर्म,मौसम,वेशभूषा,खानपान भारत को समूचे विश्व में अनूठा बनाते हैं परंतु जब रेड लाइट पर कई बच्चें हाथ पसारे नजर आते हैं तो लगता है कि देश को किसी की नज़र लग गई है पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा के निजी सहायक डॉ ध्रुव सनाढ़य ने इस स्थिति पर अत्यंत चिंता व्यक्त की है। डॉ ध्रुव सनाढ़य ने बताया के धार्मिक स्थलों,चौराहों,दर्शनीय स्थलों के बाहर सैंकड़ो की संख्या में छोटे बच्चें भीख मांगते हुए देखे जा सकते हैं पूरे भारत वर्ष में इनकी संख्या 87 लाख के लगभग है जो कि एक बड़ा आंकड़ा है।इनमें से अधिकांश बच्चों से धन लाभ अर्जित करने के लिए भीख मंगवाई जाती है,इसके लिए इनका पूरा गिरोह कार्य करता है जो बच्चों के अपहरण से लेकर उनकों अपंग बनाने का कार्य बहुत कुशलता से करता है दिनभर बच्चें भीख माँगते है एवं रात को इनसे पैसे ले लिए जाते है इसके बदले में सिर्फ उनको खाने के लिए थोड़ा भोजन दिया जाता है,उनकी शिक्षा,चिकित्सा ,भविष्य के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया जाता है डॉ ध्रुव सनाढ़य ने सरकार से मांग करी की इस तरह के बच्चों के लिए व्यापक कार्य योजना बनाए उन्हें चिन्हित कर उनके पुनर्वास की व्यवस्था करवाए एक बच्चों की इस स्थिति के लिए जिम्मेदार लोगों को उचित सजा दिलवाई जाए।डॉ ध्रुव सनाढ़य ने आम जनता से भी अपील करी के इस तरह बच्चों को पैसे देने के बजाए उन्हें भोजन,कपड़े,पढ़ने के लिए पुस्तकें दे ताकि इस तरह के गिरोह अपने उद्देश्य की पूर्ति में सफल न हो सके।

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