अगले तीन वर्षों में विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के 18,000 छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए समझौता

नई दिल्ली, जुलाई, 2022 : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर [टीकेएम] ने आज कंपनी की अनूठी प्रशिक्षण पहल, टोयोटा टेक्निकल एजुकेशन प्रोग्राम (टी-टीईपी) के माध्यम से युवाओं को अधिक रोजगार योग्य बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए छात्र कौशल को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। इन छात्रों को सामान्य टेक्नीशियन, बॉडी और पेंट तकनीशियन, सर्विस एडवाइज़र, सेल्स कन्सल्टेन्ट और कॉल सेंटर स्टाफ जैसे पांच ऑटोमोटिव जॉब रोल्स में प्रशिक्षित किया जाएगा।

एनएसडीसी के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफ़िसर एंड आफ़िशिएटिंग सीईओ श्री वेद मणि तिवारी, एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लाहिरी और टीकेएम के आरजीएम श्री साबरी मनोहर के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ जिसमें कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर और टीकेएम के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री विक्रम गुलाटी की गरिमामयी उपस्थिति रही।

ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए प्रतिभाशाली और तकनीकी रूप से कुशल पेशेवरों को तैयार करने के उद्देश्य से, टी-टीईपी “स्किल इंडिया मिशन” के साथ मजबूती से काम कर रहा है और अब तक 21 राज्यों को कवर करने वाले 56 आईटीआई / पॉलिटेक्निक कॉलेजों से जुड़ा हुआ है। वर्तमान में 10,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया गया है और 70% छात्र विभिन्न ऑटोमोबाइल कंपनियों में काम कर रहे हैं।

इस अवसर पर माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ”टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की पहल एनएसडीसी एवं एएसडीसी के सहयोग से देश भर में कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ छात्रों को अत्यधिक कुशल, रोजगार योग्य बनाने और भविष्य के लिए तैयार करने में बड़ा प्रभाव पड़ेगा। यह प्रयास भारत सरकार के “कौशल भारत” मिशन के अनुरूप है। सरकार टोयोटा जैसे उद्योग भागीदारों को प्रोत्साहित करने, सहयोग करने और साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उन्हें उद्योग के स्किल गैप को पाटने और वैश्विक मानकों की मैनपॉवर विकसित करने में उनके प्रयासों में योगदान करने के लिए एक प्लेटफार्म दिया जा सके।

मंत्री ने आगे कहा, “ऑटोमोटिव सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और अगले 5-6 वर्षों में मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी में भारी संभावनाएं पैदा करता है। भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर के भविष्य के लिए भारत प्रमुख धुरी भी हो सकता है जिससे स्किलिंग के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे।

स्किलिंग के लिए इस नई दिशा में काम करने के लिए टोयोटा के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण होने जा रही है और यह साझेदारी भारत को ग्लोबल स्किल्स हब बनाने के पीएम के विज़न को आगे बढ़ाने में एनएसडीसी के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ साझेदारी करने में अन्य निर्माण कंपनियों के लिए एक बहुत अच्छा उदाहरण है।

इस पहल की सराहना करते हुए, एनएसडीसी के सीओओ और ऑफिशिएटिंग सीईओ, श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “ऑटोमोटिव उद्योग काफी बढ़ रहा है और 2006 से टी-टीईपी ऑटोमोटिव ट्रेनिंग प्रदान करने और ऑटोमोटिव सर्विस इंडस्ट्री और समाज को अत्यधिक लाभ प्रदान करने में एक बेंचमार्क बन गया है। टीकेएम और एएसडीसी के साथ साझेदारी करके, एनएसडीसी न केवल ऑटोमोटिव सर्विस इंडस्ट्री में अधिक करियर संभावनाओं के साथ एक उच्च कुशल तकनीकी कार्यबल का निर्माण करने में सक्षम होगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करके एक अच्छी आजीविका अर्जित करने में भी सक्षम करेगा। यह साझेदारी अन्य ऑटोमोटिव प्लेयर्स को भी भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

इस अवसर पर एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लाहिरी ने कहा, “ऑटो इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी में प्रगति और मोटरीकरण में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी के साथ, हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उपभोक्ताओं को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बेस्ट-इन-क्लास सेवाएं मिलें। इसके साथ जोड़ने के लिए हमें अत्यधिक कुशल टेक्नीशियन्स की आवश्यकता होगी, जिससे यह अनिवार्य हो जाएगा कि तकनीकी प्रशिक्षण केंद्रों के छात्रों के पास एडवान्स्ड तकनीकों तक पहुंच हो और प्रशिक्षण का अनुभव प्राप्त हो। इस साझेदारी के साथ, प्रशिक्षण भागीदारों को टोयोटा के मूल्यों, बेस्ट प्रैक्टिसिस और एडवांस्ड तकनीकों को समझने का अवसर मिलेगा, जिससे न केवल छात्रों को बल्कि पूरे उद्योग को भी लाभ होगा और इस तरह स्किल इंडिया की दिशा में योगदान मिलेगा”।

अपने विचार व्यक्त करते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एग़्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री विक्रम गुलाटी ने कहा, “टोयोटा अपने असाधारण क्वालिटी प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए जाना जाता है, जो विश्व स्तर के लोगों, प्रोसेज़ और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास से आगे बढ़ा है। हम लगातार बढ़ रहे हैं और ऑटो उद्योग की बदलती जरूरतों और गतिशीलता को अपना रहे हैं। टी-टीईपी पहल के माध्यम से हम प्रतिभाशाली युवाओं को प्रशिक्षण और एडवांस्ड तकनीकों तक पहुंच प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि एनएसडीसी और एएसडीसी के साथ यह नई साझेदारी हमारी प्रतिभा को मजबूत करेगी और जमीनी स्तर पर बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार उन्हें अपस्किल करेगी।”

इस पहल के एक हिस्से के रूप में, एएसडीसी आवश्यकताओं के अनुसार संस्थान की पहचान करेगा और टोयोटा संस्थान को नवीनतम पाठ्यक्रम के साथ ऑटोमोबाइल फंडामेंटल, सेफ्टी, टोयोटा वैल्यूज़ और बेसिक सॉफ्ट स्किल्स को कवर करेगा। इसके अलावा, कंपनी ई-लर्निंग कंटेन्ट, इंजन, ट्रांसमिशन, प्रैक्टिसिस किट्स प्रदान करेगी और ट्रेन द ट्रेनर एप्रोच के माध्यम से संस्थान की फैकल्टी को प्रशिक्षित करेगी। इसके अलावा टोयोटाडीलर पार्टनर कौशल विकास केंद्रों का सपोर्ट करेगा और सभी छात्रों को ऑन-जॉब-ट्रेनिंग का विस्तार करेगा। एएसडीसी इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में सहायता करेगा और छात्र प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगा। टीकेएम, डीलर पार्टनर और एएसडीसी प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए तिमाही ऑडिट भी करेंगे। टी-टीईपी कोर्स के सफल समापन के बाद छात्र को टोयोटा, एनएसडीसी और एएसडीसी द्वारा प्रमाणित किया जाएगा।

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