नई दिल्ली, अगस्त 2022: भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में कार्यरत एवं स्किल इंडिया मिशन के स्ट्रेटेजिक इम्प्लीमेन्टेशन और नॉलेज पार्टनर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने स्किलिंग इकोसिस्टम में छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए वर्थना फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ भागीदारी की है।इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य स्किल लोन स्कीम को सक्षम बनाना है। इस साझेदारी से कम आय वाली आबादी के लिए शिक्षा के फाइनेन्सिंग गैप को कम किया जा सकेगा ताकि भारत में युवा अपने इच्छानुसार कोर्स करने के लिए वित्तीय संस्थान से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकें।
एनएसडीसी के सीओओ और ऑफिसिएटिंग सीईओ वेद मणि तिवारी ने कहा, “हमने लाखों वंचित छात्रों को टेक्निकल और वोकेशनल ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए वर्थना के साथ भागीदारी की है।” “एनएसडीसी स्किल ईकोसिस्टम में एक दशक से अधिक समय से है और स्किल की डिमांड और सप्लाई के बीच मौजूदा अंतर को कम करने के लिए अपनी नॉलेज और प्रोफिशिएन्सी का इस्तेमाल कर रहा है। यह स्किल डेवलपमेन्ट मिशन में एक फेलिसिटेटर के रूप में कार्य करता है और स्किल ट्रेनिंग प्रदान करने वाले उद्यमों, कंपनियों और संगठनों को एक साथ लाता है।यह साझेदारी स्केलेबल और लाभदायक वोकेशनल ट्रेनिंग पहल के लिए निर्बाध फंडिंग सुनिश्चित करेगी। इस प्रकार से हम सपोर्ट सिस्टम को सक्षम बनाते हैं। क्वालिटी एश्योरेन्स, इन्फार्मेशन सि्स्टम पर ध्यान केंद्रित करते हैं और ट्रेनिंग एकेडमी को सीधे या भागीदारी के माध्यम से प्रशिक्षित करते हैं। यह युवाओं की स्किलिंग और अपस्किलिंग को सपोर्ट और सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम है। इसके साथ ही यह उनकी रोजगार क्षमता को भी बढ़ाएगा।”
वर्थना के को-फाउन्डर और सीईओ स्टीव हार्डग्रेव ने कहा, “वर्थना इच्छुक छात्रों को खुद में निवेश करने के अवसरों तक पहुंचने में मदद करने के लिए फाइनेन्सिंग प्रदान करता है। हम शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि यह हर व्यक्ति की क्षमता को अनलॉक करने में मदद करने का एक शक्तिशाली तरीका है।””एनएसडीसी का सपोर्ट वर्थना जैसी प्राइवेट कंपनियों को इस महत्वपूर्ण सेगमेंट में प्रवेश करने और सेवा देने में सक्षम बनाता है, जो अन्यथा संभव नहीं हो पाता। हमें उम्मीद है कि छात्रों को मिलने वाला प्रशिक्षण उनके लिए ऐसे करियर और आजीविका को आगे बढ़ाने में मदद करेगा जो संतोषजनक होने के साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से अपने परिवार का सहयोग और देखभाल करने में मदद कर सके।”
भारत का स्किल सेक्टर काफी हद तक असंगठित और अनियमित है, और वंचित छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है क्योंकि उनके पास शिक्षा सुविधाओं तक पहुंच नहीं है। टेक्निकल एंड वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (टीवीईटी) भारत में आर्थिक गतिशीलता और विकास के लिए काफी संभावनाएं रखता है, जो दुनिया के सबसे बड़े वर्कफोर्स में से एक है। हालांकि फार्मल इन्स्टीट्यूशन का एक नेटवर्क बनाने में तेजी से कदम उठाए गए हैं जो स्किल्स की एक वाइड रेन्ज प्रदान करते हैं और स्किल गैप को देखते हैं, भारत में टीवीईटी वर्तमान में सीमित है, और फाइनेन्सिंग तक पहुंच सहित कई मुद्दों से ग्रस्त है।साझेदारी के एक हिस्से के रूप में, वर्तना आकर्षक दरों पर स्किल डेवलपमेन्ट ट्रेनिंग में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए फन्ड्स उपलब्ध कराएगा। यह कम आय वाली आबादी के लिए शिक्षा के फाइनेन्सिंग गैप को पाटने के वर्थना के मिशन के अनुरूप है ताकि भारत में युवाओं को गुणवत्तापूर्ण, सस्ती शिक्षा मिल सके।
वर्थना के हेड-स्टूडेंट सॉल्यूशंस, सतमीत सिंह ने कहा, “टीवीईटी कई देशों के विकास के एजेंडे में है। जो छात्र टेक्निकल और वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्सेज़ के लिए नामांकन करना चाहते हैं, उनके लिए फाइनेन्सिंग एक बड़ी बाधा रहा है। वर्तना इस गैप को पाटने के लिए सैकड़ों स्किल डेवलपमेन्ट इन्स्टि्यूट के साथ मिलकर काम कर रहा है और इन कोर्सेज़ के माध्यम से छात्रों को स्किलिंग और अपस्किलिंग के लिए फाइनेन्स कर रहा है।”आगे यह कहते हुए कि यह पहल छात्रों को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता और रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, उन्होंने जोर देकर कहा, “मैं एनएसडीसी को उनका विश्वास प्रदान करने और इस पहल के माध्यम से देश के विकास में योगदान करने का अवसर देने के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं।”
सभी इच्छुक छात्र अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी एनएसडीसी द्वारा अप्रूव्ड ट्रेनिंग सेन्टर्स से संपर्क कर सकते हैं।
