राष्ट्रवीर सम्मान और स्वतंत्रता दिवस सम्मान 2023 से सम्मानित हुए कवि उदय

स्वतन्त्रता दिवस के स्वर्णिम अवसर पर विश्वशांति मानव सेवा समिति रजिस्ट्रेशन नंबर- AGR/8042/2018-19, विश्व गंगा वाहिनी एवं शोध संस्थान पंजीकरण नंबर UP/01/0048134/22 एवं बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी रजिस्ट्रेशन संख्या 30/2022-23 स्थान आगरा, उत्तरप्रदेश से सैनिक
कवि गणपत लाल उदय अजमेर राजस्थान को राष्ट्रवीर/राष्ट्र वीरांगना सम्मान से अलंकृत किया गया है।
यह सम्मान इनको मंच के संयुक्त रूप से उत्कृष्ट सेवा कार्य एवं साहित्य के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया है। यह सम्मान देश-प्रदेश के 50 चुनिंदा व्यक्तियों को दिया गया है इससे पहले भी सैनिक कवि “उदय” को अनेंक संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है। जैसा कि उदय विश्व के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में सेवारत है जो वर्तमान में बीजापुर (छ.ग.) में तैनात है सेना में कार्यरत होने के बावजूद भी उदय इतना अच्छा लिख लेते है यह बात अनेंक साहित्य प्रेमी कहते नहीं थकते।
वास्तव में ये सही बात है कि एक सेना के जवान को इतना वक्त नही मिलता कि वो अपनी ड्यूटियों के ‌अलावा भी कुछ कर सके लेकिन कवि उदय ने यह कर दिखाया है अपनें रोज़मर्रा के कार्य एवम अपनी ड्यूटियों को ईमानदारी, सतर्कता से करते हुए आप अपनें समय
में लिखते रहते है यू मानों की उदय अपने आराम के समय में आराम न करके साहित्य की दुनिया में खो जाते है। किसी को मोबाइल चलाने का, किसी को टेलिविज़न देखने का, किसी को खेल खेलने का तो किसी को फ़िल्म, मूवी देखने का शोक रहता है लेकिन उदय को बस एक ही नशा है और वो है लिखने का व साहित्यिक गतिविधियों में शामिल/हिस्सा लेने का।
इसके अलावा डी डी भारती पब्लिकेशन अजमेर राजस्थान द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में उदय को “स्वतंत्रता दिवस सम्मान 2023” से भी सम्मानित
किया गया है। डी डी भारती नेटवर्क भारत सरकार के MSME और RNI से रजिस्टर्ड स्वायत्तशासी संस्था है जिसके सीईओ श्री विजय कुमार शर्मा है। जो आए दिन
पर्व, त्यौहार, उत्सव, देशभक्ति एवं भक्तिमय पर काव्य संगम प्रकाशित करते रहते है आप अब तक लगभग 200 संकलनों का प्रकाशन कर चुके है जिनको देश ही नहीं बल्की विदेशों में भी सराहा/पढ़ा जाता है।
सेना में कार्यरत होने के कारण सैनिक कवि उदय अनेंक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति मंच/स्टेज
पर नही दे पाते है क्यों कि सेना में जब चाहे तब छुट्टी
नही मिलती हां छुट्टियों पर रहते है तब अवश्य शामिल होते है इनके अधिकतर सम्मान-पत्र, ट्रॉफी, मेडल एवं पुस्तकें स्थानीय पते पर डाक द्वारा ही आते जाते है। हां साहित्यिक ग्रुपों, पटलों से सम्पर्क/बात होती रहती है।
जय हिन्द जय हिन्दी जय हिन्दुस्तान 🇮🇳

सैनिक की कलम ✍️
गणपत लाल उदय, अजमेर राजस्थान
ganapatlaludai77@gmail.com

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