सईद के इशारे पर हुई थी भारतीय सैनिकों पर फायरिंग

पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करके भारतीय सीमा में घुसपैठ कर दो जवानों के सिर कलम करने की हैवानियत को अंजाम देने से एक हफ्ते पहले ही लश्कर प्रमुख और मुंबई हमले के सूत्रधार हाफिज सईद ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर से सटे एलओसी का दौरा किया था।

खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सैनिकों का सिर कलम करने के करीब एक हफ्ते पहले हाफिज सईद ने एलओसी का दौरा कर लश्कर की बॉर्डर एक्शन टीम को संबोधित किया था और उसे फायरिंग करने के लिए उकसाया था। हाफिज सईद का मकसद पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की गतिविधियों को हवा देना था। माना जाता है कि भारत में आतंकियों की घुसपैठ बढ़ाने में ये टीम पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर काम करती है। मेंढर सेक्टर, जहां भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए गए, पुंछ के इसी इलाके में आता है।

इस घटना के बाद 772 किलोमीटर की नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट है। भारत और पाकिस्तान ने नवंबर 2003 में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम लागू किया था। सईद के एलओसी पर आने की जम्मू से मिली खुफिया अलर्ट में ये चेतावनी भी दी गई थी कि पाक सेना और लश्कर की बॉर्डर एक्शन टीम मिलकर कुछ गड़बड़ी की फिराक में हैं।

सईद की नियंत्रण रेखा तक पहुंच से साफ है कि पाक हुकूमत और सेना उस पर किस कदर मेहरबान है। ऐसा तब है जब सईद को अमेरिका ने मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में रखा हुआ है और उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम है। भारत पर हुए मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद खुद को धर्मगुरु बताता है।

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