ब्रिक्स सीसीआई के एनर्जी पार्टनरशिप फोरम 2.0 में ऊर्जा क्षेत्र में नवप्रवर्तन एवं सहयोग को रेखांकित किया गया

नई दिल्ली, जुलाई 2024- ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री(ब्रिक्स सीसीआई) की ऊर्जा इकाई ने ऊर्जा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गठबंधन एवं नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण और बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम एनर्जी पार्टनरशिप फोरम 2.0 का आयोजन किया। इस आयोजन में शामिल राजनयिकों, उद्योगपतियों और सरकारी अधिकारियों ने ब्रिक्स देशों और इनके सहयोगियों के बीच ऊर्जा सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित की।

ब्रिक्स और अन्य देशों से राजनयिक प्रतिनिधियों ने इसमें प्रतिभाग कर मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की। भारत में रूसी दूतावास से श्री रोमन बाबुशकिन, नई दिल्ली में चीनी दूतावास के मिनिस्टर काउंसलर श्री गाओ होंगशान और नई दिल्ली में उरुग्वे के राजदूत अल्बर्टो ए. गुआनी ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा सहयोग पर अद्भुत भाषण दिया। इस फोरम ने कोस्टा रिका गणतंत्र दूतावास की सीडीए सुश्री सोफिया सालस मोंगे और भारत में मोरक्को दूतावास के इकोनॉमिक काउंसलर श्री सैद हिजरी समेत सम्मानित अतिथियों और ब्रिक्स देशों के दूतावास के आधिकारिक प्रतिनिधियों को सम्मानित किया।

भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री श्री रामनाथ ठाकुर के मुताबिक, “वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा तीन गुना करने के लक्ष्य के साथ इस सरकार ने सोलर पैनलों की स्थापना में सब्सिडी उपलब्ध कराने के लिए 75 अरब रुपये की एक नई योजना शुरू की है। एक करोड़ परिवारों हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने रूफटॉप सोलर योजना या प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना नाम से भी एक स्कीम शुरू की है।”

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री डाक्टर राणा गुरमीत सिंह सोढी ने विशेष अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में राष्ट्र के विकास में ऊर्जा सुरक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित की। उन्होंने कहा, “ऊर्जा, आर्थिक वृद्धि एवं टिकाऊपन की रीढ़ है और भावी ऊर्जा नीतियों को आकार देने के लिए इस तरह के फोरम आवश्यक हैं। कठिन से मुक्ति वाले क्षेत्र में रुख करने के लिए मुक्त व्यापार को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है ताकि शून्य एवं निम्न कार्बन हाइड्रोजन का अधिक इस्तेमाल किया जाए। हमें ऊर्जा परिवर्तन की गति भी बढ़ाने और कम लागत वाले वित्त उपलब्ध कराने की भी जरूरत है जिससे वर्ष 2070 तक शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को पूरा किया जा सके।”

एनर्जी वर्टिकल के अध्यक्ष एवं ब्रिक्स सीसीआई के कोषाध्यक्ष रुहैल रंजन ने स्वागत भाषण देते हुए इस फोरम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “जैसा कि हम दूसरी बार मिल रहे हैं, यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि टिकाऊपन की दिशा में यह यात्रा केवल महान पहल और वृहद स्तर की परियोजनाओं के बारे में नहीं है। यद्यपि ये निःसंदेह महत्वपूर्ण हैं, टिकाऊपन का कारक हम लोगों में से प्रत्येक द्वारा हर दिन किए गए छोटे प्रयासों पर भी निर्भर करता है। हमारा लक्ष्य एक ऐसा मंच तैयार करना है जहां विशेषज्ञ ऊर्जा परिवर्तन को गति देने के लिए अंतर्दृष्टि, रणनीतियां और नवप्रवर्तन साझा कर सकें।”

ब्रिक्स सीसीआई के वाइस चेयरमैन समीप शास्त्री ने स्वागत भाषण के साथ इस फोरम की शुरुआत की जिसमें उन्होंने वैश्विक ऊर्जा की चुनौतियों से निपटने के लिए एकीकृत प्रयासों के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “यह फोरम गठबंधन की साझीदारी के जरिए टिकाऊ ऊर्जा के भविष्य के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। ब्रिक्स सीसीआई में हमारा लक्ष्य ऐसी जिम्मेदार कारोबारी व्यवस्था को बढ़ावा देना है जो बढ़ते व्यापारिक संबंधों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर चले। नैतिक मानकों और टिकाऊ व्यवस्थाओं की वकालत कर हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आर्थिक वृद्धि, पर्यावरण क्षरण या सामाजिक असामनता की कीमत पर ना हो।”

ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक डाक्टर बीबीएल मधुकर ने अपने विशेष संबोधन में ऊर्जा क्षेत्र में इस चैंबर द्वारा की जा रही पहल को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “आज की परिचर्चा महज अकादमिक कवायद भर नहीं है, बल्कि यह हमारी भावी ऊर्जा रणनीतियों की ईंटें हैं। हमें इन वार्ताओं को खुले दिमाग के साथ और नवप्रवर्तन की इच्छा के साथ देखना चाहिए। ब्रिक्स के भीतर ऊर्जा गठबंधन को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता अटल है और यह फोरम हमारे समर्पण का एक प्रमाण है।”

इस फोरम में ब्रिक्स सीसीआई के वाइस चेयरमैन अशोक कुमार सिंह और लोकसभा के माननीय सदस्य राजेश वर्मा समेत प्रमुख हस्तियों ने ऊर्जा नीति और ढांचागत विकास पर अपने दृष्टिकोण रखे।

फोरम को प्रमुख रूप से सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एवं एसईसीआई के सीएमडी श्री आरपी सिंह, एनएचपीसी के कार्यकारी निदेशक रजत गुप्ता और ग्रीनको के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इंजीनियरिंग एवं परियोजना) श्री पीएम नंदा ने संबोधित किया जिन्होंने ऊर्जा नवप्रवर्तन और नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

इस फोरम में बायोफ्यूल पॉलिसी, ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल और अक्षय ऊर्जा एवं ऊर्जा स्टोरेज जैसे विषयों पर पैनल में भी चर्चा हुई जिसके सूत्रधार उद्योग के विशेषज्ञ रुहैल रंजन और डाक्टर अजय कुमार सिंह, मुख्य सलाहकार, ब्रिक्स सीसीआई एनर्जी वर्टिकल रहे।

इस आयोजन का समापन टुस्को के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मनोज सरदाना समेत कई उद्योगपतियों के सम्मान के साथ हुआ और समापन भाषण ब्रिक्स सीसीआई एनर्जी वर्टिकल के संयोजक श्री सूर्य जीडीगुंटा ने दिया जबकि ब्रिक्स सीसीआई की संयुक्त निदेशक सुश्री अंकिता सचदेव धन्यवाद ज्ञापित किया।

ब्रिक्सी सीसीआई एनर्जी पार्टनरशिप फोरम 2.0 ने टिकाऊ ऊर्जा समाधान पर गठबंधन, नवप्रवर्तन को गति देने और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के ब्रिक्स राष्ट्रों की प्रतिबद्धता रेखांकित की।

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