बैंगलोर, सितंबर 2024 : विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज पर्यावरण निरंतरता के प्रति अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इधर कुछ वर्षों में, टीकेएम ने सचेत रूप से निरंतर जारी रहने वाले व्यावसायिक प्रथाओं को अपनाया है और एक कार निर्माता से मोबिलिटी कंपनी में बदल रही है। ‘पृथ्वी के प्रति सम्मान’ के अपने सिद्धांत के अनुसार, टोयोटा ने अक्तूबर 2015 में वैश्विक स्तर पर ‘टोयोटा पर्यावरण चुनौती 2050’ (टीईसी 2050) की घोषणा की, जिसमें छह पर्यावरणीय चुनौतियाँ शामिल हैं। तीन चुनौतियों का पहला सेट हमारे उत्पादों और विनिर्माण गतिविधियों सहित इसकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला से कार्बन तटस्थता प्राप्त करने पर केंद्रित है। बाद की तीन चुनौतियों का उद्देश्य शुद्ध सकारात्मक प्रभाव पैदा करना है।
टीईसी 2050 के साथ तालमेल में, टीकेएम की बहुआयामी रणनीति ऐसे अभिनव समाधान प्रदान करना जारी रखे हुए है जो उत्पाद और सेवा पेशकशों से परे हैं। इसमें प्रकृति संरक्षण (जैसे वनरोपण, देसी जैव विविधता की खेती आदि), संसाधन दक्षता (जल, सामग्री और ऊर्जा प्रबंधन) तथा रीसाइक्लिंग और पुन: उपयोग पहल आदि को आगे बढ़ाने और बहुत कुछ के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इसके अलावा, कंपनी के पर्यावरण के प्रति जागरूक प्रयास न केवल पर्यावरण में सकारात्मक योगदान देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, बल्कि विभिन्न हितधारकों (कर्मचारी, समुदाय, आपूर्तिकर्ता, डीलर, स्कूली बच्चे, आदि) के बीच ऐसे जीवन को बढ़ावा देते हैं जो निरंतर चलता रहे ताकि एक दोबारा उपयोग आधारित समाज को सक्षम बनाया जा सके और ‘प्रकृति के साथ सद्भाव’ में भविष्य का एक समाज स्थापित किया जा सके।
अपने उत्पाद पोर्टफोलियो के तहत, टीकेएम देश के वर्तमान ऊर्जा मिश्रण, बुनियादी ढांचे की तत्परता और अद्वितीय उपभोक्ता आवश्यकताओं के आधार पर एक बहु-मार्ग दृष्टिकोण (एक्सईवी – हाइब्रिड इलेक्ट्रिक, प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक, फुएल सेल इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन, आदि) को अपनाकर कार्बन-तटस्थ लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में व्यावहारिक गतिशीलता विकल्प प्रदान करना जारी रखता है। कंपनी ने बायोएनर्जी (जैसे इथेनॉल) द्वारा संचालित अभिनव उन्नत वाहन प्रौद्योगिकियों को भी सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया है जो बड़े पैमाने पर जीवाश्म ईंधन की खपत को तेजी से विस्थापित कर सकते हैं और साथ ही व्यापक वेल-टू-व्हील (डब्ल्यू2डब्ल्यू) आधार पर कम कार्बन उत्सर्जन प्राप्त कर सकते हैं। विशिष्ट अवसर का लाभ उठाते हुए टीकेएम ने अगस्त 2023 में, दुनिया के पहले बीएस6 स्टेज 2 इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल के प्रोटोटाइप का अनावरण किया।
इसके अलावा, कंपनी ने अपने विनिर्माण में जारी रहने वाली विभिन्न प्रथाओं को लागू किया है, जो 2035 तक ‘विनिर्माण परिचालन में शुद्ध शून्य कार्बन’ प्राप्त करने के अपने निर्धारित लक्ष्य के करीब पहुंच रही है और यह अपनी मूल्य श्रृंखला में ऐसी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना जारी रखती है। टीकेएम की अब तक की कुछ प्रमुख पर्यावरणीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के लिए:
जल प्रबंधन : कंपनी अपने जल उपयोग को अनुकूलित करने के लिए 4आर (रिड्यूस- कम करें, रीयूज – पुनः उपयोग करें, रीसाइकिल करें और रिचार्ज करें) रुख का पालन करती है, जो ‘जल सकारात्मक’ के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। इस संबंध में, इसने विनिर्माण और गैर-विनिर्माण अनुप्रयोगों के लिए 55,500 घन मीटर क्षमता वाले वर्षा जल संचयन तालाब और एक अत्याधुनिक अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र स्थापित किया है, जिसकी रीसाइकिल (पुनर्चक्रण) करने की क्षमता 60% तक है। इनके माध्यम से, उत्पादन के लिए 89.3% पानी की आवश्यकता दोबारा उपयोग किये जाने वाले पानी से पूरी होती है और यह जरूरत वर्षा जल के माध्यम से पूरी की जाती है। कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में भूजल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, जो वर्षा जल संचयन और परिसर में 18 रिचार्ज गड्ढों के परिणामस्वरूप है। यह अब 27 फीट है, जो प्री-मानसून और पोस्ट-मानसून सीज़न का औसत है (2009 में 90 फीट से)।
अपशिष्ट से मूल्य (रीसाइक्लिंग): “स्रोत पर अपशिष्ट को अलग करने और जिम्मेदारी से निपटाने” के सख्त क्रियान्वयन के ज़रिए, टीकेएम रीसाइक्लिंग-आधारित समाज को बढ़ावा दे रहा है। ‘लैंडफिल में शून्य अपशिष्ट’ वाली कंपनी बनने के लक्ष्य के साथ, 96% से ज़्यादा कचरे को रीसाइकिल किया जाता है।
कुशल ऊर्जा उपयोग और अक्षय ऊर्जा को अपनाना : टीकेएम ने अक्षय ऊर्जा उपयोग को स्थापित करके और ऊर्जा-बचत तकनीक को लागू करके ऊर्जा दक्षता में निरंतर सुधार किया है। टीकेएम जून 2021 से ग्रिड बिजली में 100% अक्षय ऊर्जा का उपयोग कर रहा है। इस परिवर्तन के परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 23-24 में 95,082 टन कार्बन डाय ऑक्साइड की कमी आई है। अप्रैल 2023 तक, कंपनी ने अपने सभी परिचालनों में 100% पीएनजी उपयोग को पूरी तरह से लागू कर दिया था। इस पहल के परिणामस्वरूप प्रति वाहन कार्बन डाय ऑक्साइड उत्सर्जन में 33% की कमी आई है, जिससे कुल मिलाकर 2,051 टन कार्बन डाय ऑक्साइड की कमी हुई है। सोलर रिफ्लेक्टर के साथ हीट पंप, ड्राई बूथ कार्यान्वयन आदि जैसी तकनीकों और अनुकूलित विनिर्माण प्रक्रियाओं के कारण उसी अवधि में कार्बन उत्सर्जन में 5000+ टन की कमी आई है ।
प्रकृति संरक्षण और जैव विविधता को समृद्ध करना : पर्यावरण संरक्षक के रूप में, कंपनी ने प्रकृति संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पिछले कुछ वर्षों में, टीकेएम ने मियावाकी/देशी अवधारणा का उपयोग करके अपने कारखाना परिसर के 112 एकड़ में 328,000 से अधिक पेड़ लगाए हैं। यह “संभावित प्राकृतिक वनस्पति” की अवधारणा के आधार पर जंगलों को बहाल करने और पुनर्निर्माण करने पर केंद्रित है और इसी एप्लिकेशन ने जैव विविधता को बढ़ाने और खाद्य श्रृंखला व पारिस्थितिकी की सहायता के लिए देसी प्रजातियों को लगाकर टीकेएम परिसर के भीतर एक ‘प्राकृतिक वन’ बनाने में मदद की है। इसके अलावा, टीकेएम ने पौधे वितरित करके और वृक्षारोपण अभियान चलाकर अपने कर्मचारियों की भागीदारी के माध्यम से समुदाय में व्यापक जागरूकता पैदा की है तथा हरियाली को बढ़ावा दिया है। (इस वर्ष, टीकेएम परिसर के बाहर 8000 से अधिक पौधे बांटे और लगाए गए)।
स्थानीय जैव विविधता को बहाल करने के प्रयासों को और आगे बढ़ाने के लिए, टीकेएम ने अत्याधुनिक ‘इकोज़ोन’ की स्थापना की है, जो टीकेएम के निर्माण स्थल पर 17 थीम पार्कों वाला एक अनुभवात्मक शिक्षण केंद्र है, जो जलवायु परिवर्तन, अपशिष्ट से मूल्य, पारिस्थितिक संतुलन, जल संसाधन प्रबंधन आदि सहित प्रकृति संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान साझा करने, पर्यावरण चेतना को सक्षम करने के माध्यम से योगदान जारी रखता है। अब तक, 42,000 से अधिक (छात्रों और विभिन्न हितधारकों सहित) को प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के लिए सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन को अपनाने के लिए संवेदनशील बनाया गया है।
अपने विचार साझा करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और निदेशक, विनिर्माण, श्री बी. पद्मनाभ ने कहा, “हमारा दृष्टिकोण लगातार एक सच्ची गतिशीलता कंपनी के रूप में विकसित होना है, जो ‘कार्बन तटस्थता’ हासिल करने के लिए हर रास्ते की खोज कर रही है। टोयोटा पर्यावरण चुनौती 2050 के साथ तालमेल में, हमने अपने स्थिरता लक्ष्यों में कठोर शमन योजनाओं और प्रमुख मैट्रिक्स को शामिल किया है, जो हमारी जलवायु रणनीतियों की पारदर्शिता तथा लचीलापन दोनों को बढ़ाते हैं।
कार्बन तटस्थता के प्रति हमारी कटिबद्धता उन विविध पर्यावरण-स्थायी प्रथाओं में परिलक्षित होती है जिन्हें हम लागू करते हैं। इसका विस्तार संसाधन अनुकूलन से लेकर परिपत्र अर्थव्यवस्था पहल और प्रकृति संरक्षण तक – सभी परिचालनों और मूल्य श्रृंखला में है। ये प्रयास हमारे समर्पण को प्रदर्शित करते हैं, जिसमें अच्छी तरह से परिभाषित प्रदर्शन मीट्रिक द्वारा समर्थित ठोस प्रभाव होते हैं। इसके अतिरिक्त, हम अपने मूल्य श्रृंखला भागीदारों और हितधारकों को सक्रिय रूप से शामिल करते हैं, उन्हें ऐसे उपाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जो निरंतर जारी रहने वाले जीवन को बढ़ावा देते हैं।
हितधारकों की भागीदारी टीकेएम की पर्यावरण वकालत का केंद्रबिंदु है। यह सहयोगात्मक दृष्टिकोण हमारी व्यापक पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली द्वारा सुदृढ़ किया गया है, जो कंपनी के व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र में पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को एकीकृत करता है। कर्मचारियों से लेकर आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और लॉजिस्टिक्स भागीदारों तक, टीकेएम की स्थिरता पहल जैसे पर्यावरण-चेतना अभियान, वृक्षारोपण अभियान, ‘नो प्लास्टिक’ आंदोलन, जल संरक्षण आदि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लहर जैसा प्रभाव पैदा करते रहते हैं। इसके अलावा, कर्मचारी स्वेच्छा से टीकेएम द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक पहल में सक्रिय रूप से भाग लेना जारी रखते हैं। आईकेयर (iCare) कार्यक्रम (टीकेएम की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत ‘I, Community Action to Reach Everyone’) के माध्यम से, अब तक 2.3 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, इस प्रकार एक स्वस्थ, अधिक टिकाऊ भविष्य बनाने में योगदान दिया है।
