वाराणसी, जनवरी, 2025: टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन ने विश्व के प्राचीनतम शहर वाराणसी में अपने सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के लिये 10 सेमी-फ़ाइनलिस्ट प्रतिभागियों की घोषणा की है।
इस चैलेंज को टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन ने वाराणसी नगर निगम, चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर तैयार किया है। इस चैलेंज का उद्देश्य यह है कि वैश्विक स्तर पर इनोवेटर्स आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के लिये एक स्केलेबल और डेटा-संचालित समाधान तैयार करें। भारत की सबसे प्रमुख आध्यात्मिक नगरियों में शामिल की जाने वाली काशी में प्रतिदिन बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। सैलानियों का यह आगमन काशी की सुरक्षा और सुगमता लाने के उद्देश्य से नवीन, डेटा-संचालित समाधान विकसित करने का अवसर भी पेश करता है, जिससे वाराणसी में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों, स्थानीय निवासियों और वल्नरेबल समुदायों (जैसे कि बुज़ुर्गों और दिव्यांगजन) को समान रूप से फ़ायदा हो।
दो चरणों वाले तीन वर्षीय वैश्विक 9 मिलियन डॉलर के ‘सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज’ के हिस्से के रूप में जून 2024 में वाराणसी शहर को चुना गया और इस दौरान दुनिया भर से 80 से ज्यादा इनोवेटर्स ने भागीदारी की। मिशिगन के डेट्रायट और इटली के वेनिस भी तीन चयनित शहरों की सूची में शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक को 3 मिलियन डॉलर का अनुदान दिया जाएगा ।
सेमी-फ़ाइनलिस्ट्स में निम्नांकित शामिल हैं: सिटीडेटा इंक :सिटीडेटा.एआई सिलिकॉन वैली स्थित एक बड़ी डेटा एवं ए. आई. कम्पनी है। उनके समाधान में अपने डेटा प्लेटफ़ार्म ‘सिटीफ़्लो’ का इस्तेमाल करना भी शामिल है जो ज़्यादा भीड़ की स्थिति का पूर्वानुमान लगाने के साथ-साथ इसके प्रबंधन हेतु भी कार्य करता है। फ़्रैक्टल एनालीटिक्स लिमिटेड : फ़्रैक्टल एक वैश्विक प्रदाता कम्पनी है। इसकी टीम के कार्य योजना में व्यवहार सम्बन्धी विज्ञान, डेटा विज्ञान और वाराणसी में अत्यधिक भीड़ प्रबंधनलिये मानव केन्द्रित डिज़ायन का एकीकरण शामिल है। ग्रेमैटिक्स: ग्रेमैटिक्स एक मल्टीमीडिया प्रोसेसिंग प्लेटफ़ार्म का प्रयोग करके समाधान प्रस्तुत करते हैं जो नागरिकों और पर्यटकों के लिए सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, गतिशीलता और कनेक्टिविटी को लोकतांत्रिक बनाने के लिए भीड़ और रियल-टाइम सुरक्षा अंतर्दृष्टि को आगे बढ़ाने के लिये ‘डीप ए.आई.’ का प्रयोग करता है। आर्केडिस: आर्केडिस टीम भीड़ प्रबंधन के लिए एक एकीकृत समाधान ‘संकल्प’ का इस्तेमाल करेगी, जो स्थानिक विश्लेषण, रियल टाइम निगरानी और कार्रवाई योग्य इंटेलिजेंस को जोड़ती है।
इंटपिक्सेल लैब्स प्राइवेट लिमिटेड : वोजि़क ए. आई. विज़ुअल डेटा की ताकत का इस्तेमाल करके स्थलों को सुरक्षित, अधिक स्मार्ट और ज़्यादा दक्षतापूर्ण वातावरण में रूपांतरित करने के प्रति समर्पित संस्था है। उनके समाधान के माध्यम से भीड़ का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा सकता है और काशी में पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा को बेहतर किया जा सकता है। प्रमेय कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड : प्रमेय कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड वाराणसी में विभिन्न हितधारकों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और रियल-टाइम प्रबंधन योग्य डेटा तक पहुंच बनाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिये ‘नयी चाल’ नामक एक डेटा-चलित तंत्र का प्रयोग करेगी। स्मार्टविज़ लिमिटेड : समार्टविज़ के समाधानों में पैदल यात्रियों की रियल टाइम निगरानी के लिए थ्रीडी लाइडर सेंसर और मशीन लर्निंग की सहायता भी शामिल है। यह पूर्वानुमानपूर्ण मॉडलिंग और पूर्वांकलन के साथ डेटा पेश करता है, जिससे अधिकारियों को प्रभावी भीड़ प्रबंधन के बारे में सक्रिय निर्णय लेने में मदद मिलती है।
स्टीयर डेवीस एंड ग्लीव लिमिटेड : स्टीयर वैश्विक स्तर पर परिवहन एवं मोबिलिटी के क्षेत्र में योजना और डिज़ायन का काम करती है। वह ऐसा समाधान पेश करती है जिसमें वाराणसी में भीड़ की आवाजाही के बारे में बेहतर अंदाज़ा लगाने, आगामी कार्यक्रमों के बारे में नगरीय अधिकारियों और साथी एजेंसियों की मदद करने के लिये एक मॉडल का विकास भी शामिल है । द अर्बनाइजर : द अर्बनाइजर भारत में स्थित एक कम्पनी है जो नगरीय डिज़ायन, भूदृश्य डिज़ायन तथा आर्किटेक्चर क्षेत्र में काम करती है। उसके द्वारा प्रस्तुत समाधान में ‘जनजात्रा’ नामक एक कलर-कोडिंग प्रणाली का प्रयोग किया जाता है जिसे रियल-टाइम डिजिटल नेविगेशन के साथ जोड़ा गया है, ताकि वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के क्षेत्र में क्रांति आ सके। टियामी नेटवर्क्स : टियामी नेटवर्क्स अपने द्वारा प्रस्तुत समाधान में अपने उत्पाद ‘पॉलीएज’ का उपयोग करता है ताकि तत्काल बड़े पैमाने पर पैदल यात्रियों और वाहनों की गतिविधियों की निगरानी और प्रबंधन करने के लिए तात्कालिक स्थिति का पता लगाने के साथ-साथ ट्रैकिंग और विश्लेषण प्रदान किया जा सके ।
चैलेंज में इन प्रविष्टियों का मूल्यांकन उनके विस्तार योग्य एवं डेटा-संचालित समाधानों के लिये किया गया है। ऐसे समाधान जो भीड़ को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने, नागरिकों द्वारा निर्णय लेने की क्षमता में सुधार लाने और वाराणसी में वल्नरेबल समुदायों को महत्वपूर्ण सेवाएं देने के लिए डिजाइन किए गए हों ।
नगर आयुक्त, वाराणसी नगर निगम और वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अक्षत वर्मा आई.ए.एस. ने कहा,‘‘हम वाराणसी में भीड़ प्रबंधन की पुन: परिकल्पना के लिये टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन के सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के लिये चयनित 10 सेमी-फ़ाइनलिस्ट प्रतिभागियों का स्वागत करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत का आध्यात्मिक हृदयस्थल होने के नाते वाराणसी में हर साल अनगिनत पर्यटक, श्रद्धालु, दर्शनार्थी एवं स्नानार्थी इसकी समृद्ध परम्पराओं, पवित्र अनुष्ठानों और वृहद् संस्कृति के दर्शन करने के लिये आते हैं। हमारा मानना है कि सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज हमारे लिये भीड़ को ऐसे तरीकों से सम्भालने का अवसर प्रदान करता है जिनसे आने वाली पीढि़यों के लिये इस आध्यात्मिक नगरी की अनूठी भावना को संरक्षित किया जा सके। साथ ही इस नगर में आस्था और संस्कृति का ताना-बाना और भी मजबूत हो सके।’’
हर सेमी-फ़ाइनलिस्ट को 50 हजार डॉलर का अनुदान दिया जाएगा जिससे उनकी टीमों को अपने समाधानों को परिष्कृत करने और उन्हें स्थानीयकृत करने में मदद मिलेगी ताकि वाराणसी की कल्पना एक सुरक्षित और अधिक सुगम शहर के रूप में की जा सके। ये सेमी-फ़ाइनलिस्ट इस चैलेंज की इनोवेटर एकेडमी में भी भाग लेंगे, जिसमें उन्हें अपने समाधानों के लिये संसाधन और मागर्दशन मिलेगा।
टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन एशिया के अधिशासी कार्यक्रम निदेशक श्री प्रस गणेश ने कहा,‘‘टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन के तौर पर हम डेटा-संचालित समाधानों की खोज के लिये चैलेंज के सेमी-फ़ाइनलिस्ट्स के साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं। ऐसे समाधान जो काशी की ऐतिहासिक नगरी की सुरक्षा और उस तक पहुंचने की सम्भावनाओं को बेहतर बनाने के लिये प्रौद्योगिकी और मानव केंद्रित डिज़ायन की मदद लेते हैं। इस चैलेंज से ऐसे स्केलेबल समाधान विकसित होने की उम्मीद है जो अन्य वैश्विक शहरों के लिए उनके यहां भीड़ के प्रवाह और प्रबंधन की पुनर्परिकल्पना करने के लिये एक ख़ाके के रूप में काम कर सके।
चैलेंज वर्क्स में सिटीज़ एंड सोसाइटीज शाखा की निदेशक कैथी नोथस्टीन ने कहा,‘‘वाराणसी चैलेंज के लिए दस सेमीफ़ाइनलिस्ट एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाने की पेशकश करते हैं। जैसे-जैसे शहर आपस में जुड़ते जा रहे हैं और पूरी दुनिया के पर्यटकों का स्वागत कर रहे हैं, वैसे-वैसे स्थानीय समुदायों और निवासियों की भलाई की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। सुरक्षा और सुगमता के बीच सही संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है। यह वैश्विक चैलेंज इनोवेटर्स को वास्तविक दुनिया के संदर्भों में अपने विचारों का परीक्षण करने, बेहतर भीड़ प्रबंधन, भीड़भाड़ को कम करने और निवासियों और आगंतुकों दोनों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रभावी समाधान खोजने के लिए आमंत्रित करता है।’’
डब्ल्यू. आर. आई. रॉस सेंटर फ़ॉर सस्टेनेबल सिटीज़ के निदेशक बेन वील ने कहा, ‘‘इस चुनौती के माध्यम से विकसित इनोवेशंस का वाराणसी के लोगों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। हम आशा करते हैं कि इन समाधानों को दुनिया भर के अन्य शहरों में भी अपनाया जाएगा और वैश्विक स्तर पर शहरी मोबिलिटी को बढ़ावा मिलेगा।”
सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज का वित्तपोषण टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन द्वारा किया गया है और इसे चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर डिज़ायन किया गया है। टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन एक स्वतंत्र संस्था है जो समान विचारों वाले साझेदारों के साथ मिलकर मोबिलिटी से सम्बन्धित समस्याओं के समाधान के लिये काम करती है, ताकि सभी के लिये एक ऐसी सतत विरासत छोड़ी जा सके जिसमें सभी लोग आवागमन में सक्षम हो सकें। चैलेंज वर्क्स इनोवेशन की खुली चुनौतियों के डिजाइन और वितरण के क्षेत्र में एक वैश्विक नेतृत्वकर्ता है जो तात्कालिक समस्याओं को हल करने और परिवर्तन को सम्भव बनाने केलिए इनोवेटर्स को एकजुट करता है। वर्ल्ड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट एक वैश्विक शोध संगठन है जो लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और प्रकृति की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक समाधान विकसित करने के उद्देश्य से भागीदारों के साथ काम करता है।