63 फुटेज से मिलेगा इंडिया गेट का सच

सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद 23 दिसंबर को इंडिया गेट पर हुए बलवे के आरोपियों का चेहरा सामने लाने के लिये क्राइम ब्रांच की टीम ने 51 वीडियो फुटेज हासिल की हैं। जिसमें से 35 डीएमआरसी से और 16 टीवी चैनलों से ली गई हैं।

इसके अलावे 12 न्यूज चैनलों को बलवे की फुटेज देने के लिये सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा नोटिस भिजवाया गया है। इन सभी वीडियो फुटेज को देखकर क्राइम ब्रांच ने बलवा करने वाले सभी आरोपियों की पहचान कर उनकी एक विस्तृत लिस्ट बनानी शुरू कर दी है। इन वीडियो फुटेज के जरिए कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत के रहस्य से भी पर्दा उठाने की कोशिश की जा रही है।

क्राइम ब्रांच डीसीपी एसबीएस त्यागी के अनुसार 23 दिसंबर के दिन बलवे के समय मेट्रो स्टेशनों के आस-पास की स्थिति ओर उनमें से निकल कर प्रदर्शन वाली जगह की ओर जाने वाले लोगों की पहचान के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने क्राइम ब्रांच को 35 सीसीटीवी फुटेज दी हैं। ये वीडियो फुटेज करीब 10 घंटे समय की हैं। इन वीडियो फुटेज में वे वीडियो फुटेज भी हैं, जिनकी मांग आरोपी अमित जोशी व कैलाश जोशी ने की थी।

इसके अलावे क्राइम ब्रांच ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय के माध्यम से 16 न्यूज चैनलों से वीडियो रिकार्डिग फुटेज हासिल की हैं। इन वीडियो रिकार्डिग में क्राइम ब्रांच की टीम ने 11 वीडियो रिकार्डिग को देखा है। जिसमें उन्होंने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बहुत से युवाओं की पहचान की है।

बलवा करने वाले कुछ युवा, जिनकी पहचान की गई, उन्हें बाद में प्रदर्शन की कई अन्य जगहों पर भी देखा गया है। आरोपियों की पहचान के बाद उनकी खोजबीन शुरू कर दी गई है। वहीं, पुलिस ने 12 अन्य न्यूज चैनलों से भी घटना वाले दिन की वीडियो रिकार्डिग की मांग की है। क्राइम ब्रांच के पास मौजूद वीडियो फुटेज में बलवे के दौरान कांस्टेबल सुभाष तोमर के द्वारा प्रदर्शनकारियों का पीछा करने व अचानक गिर जाने संबंधी दृश्यों का भी पुलिस द्वारा आंकलन किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा बलवा करने वाले युवाओं के फोटो वीडियो रिकार्डिग से निकाल कर उनकी खोज प्रदर्शन की अन्य जगहों जैसे जंतर-मंतर आदि पर भी छानबीन की जा रही है। जिससे कि फोटो के आधार पर बलवा करने वालों की पहचान कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जा सके।

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