काजल सूरी के निर्देशन में डॉ माधुरी सुबोध का लिखा नाटक ‘समंतक तीर्थ’ का मंचन रूबरू थिएटर द्वारा राजधानी के श्रीराम सेंटर सभागार में किया गया। नाटक ने भारतीय मिथकों और समकालीन यथार्थ के मध्य एक सशक्त संवाद स्थापित किया, जिससे दर्शक वर्ग गहराई से प्रभावित हुआ। “समंतक तीर्थ”, एक ऐसी नाट्य प्रस्तुति जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन को एक नई दृष्टि से देखती है। कथा की पृष्ठभूमि,समय और स्थान से परे एक तीर्थ है।
यह नाटक केवल एक पौराणिक कथा नहीं है, बल्कि श्रीकृष्ण के राजयोगी, कर्मयोगी और गीता के उपदेशक स्वरूप को वर्तमान संदर्भ में प्रस्तुत करता है। इस मंचन के माध्यम से दर्शकों को आत्ममंथन और आध्यात्मिक जागरूकता की यात्रा पर आमंत्रित किया गया है।समंतक तीर्थ” केवल एक नाट्य मंचन नहीं है, यह स्मृति और चेतना के संगम से उपजा एक आध्यात्मिक अनुभव है। यह नाटक दर्शकों को श्रीकृष्ण के जीवन के पारंपरिक आख्यानों से परे ले जाकर उनके विचार, उनके आत्मसंघर्ष, और उनके माध्यम से मिलने वाले सार्वकालिक संदेशों से साक्षात्कार कराता है।यह नाटक भागवत पुराण से प्रेरित है। कथा समंतक तीर्थ नामक एक पवित्र स्थल पर आधारित है, कहानी एक कालातीत, रहस्यपूर्ण स्थल ‘समंतक तीर्थ’ पर आधारित है।
कहानी की पृष्ठभूमि उस पावन स्थल ‘समंतक तीर्थ’ में रची गई है, जहाँ कुरुक्षेत्र युद्ध के अठारह वर्षों बाद, जीवन के विभिन्न मोड़ों से गुज़रे पात्र एकत्रित होते हैं राधिका द्रौपदी, वृषभानु, नंद राय, जामवंती, सुभद्रा, रुक्मिणी, उद्धव, गांधारी, कुंती, सुदामा, सौदामिनी, विश्वामित्र और वासुदेव जैसे पात्रों के माध्यम से कृष्ण के जीवन के विविध पहलुओं का उद्घाटन होता है। यह एक आत्मालाप और संवाद से भरी हुई संरचना है, जहाँ प्रत्येक पात्र अपने अनुभवों के आलोक में श्रीकृष्ण की उपस्थिति को स्मरण करता है। हर पात्र अपने दृष्टिकोण से श्रीकृष्ण को देखता है, और दर्शक को अपनी आत्मा में उनका अक्स तलाशने का निमंत्रण देता है।
इस नाटक में शुभम शर्मा, जसकरण चोपड़ा, अपूर्व गुप्ता, वैभव पाल , स्पर्श रॉय ,नीरज तिवारी, हर्षित सिंघल, भूपेश कुमार, विनायक द्विवेदी, गीता सेठी, सुजाता जैन, वर्षा, तनीषा गांधी, अन्नू शर्मा, राशी ,गुनगुन ठाकुर, आशा खन्ना,सभी ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। मेक अप राशिद ,संगीत संचालन प्रवीण यादव, प्रकाश सुनील चौहान, प्रोग्राम कॉर्डिनेटर रोहित कुमार मंच संचालन सुखनंदन बिंद्रा ने किया।