नई दिल्ली, 9 अक्टूबर 2025: लिंक्डइन का लोकप्रिय फीचर ‘ओपन टू वर्क’ लंबे समय से पेशेवरों को यह संकेत देने में मदद करता रहा है कि वे अपनी अगली नौकरी के अवसर के लिए तैयार हैं। वैश्विक स्तर पर, प्लेटफॉर्म पर ‘ओपन टू वर्क’ स्थिति साझा करने वाले 85% प्रोफेशनल्स (पेशेवरों) का कहना है कि उन्हें अपने नेटवर्क से मदद या प्रेरणा मिली। इसी अनुभव के आधार पर, लिंक्डइन ने अब इस फीचर में नए अपडेट्स पेश किए हैं, जो सदस्यों को उनकी नौकरी खोज में अधिक नियंत्रण और पारदर्शिता प्रदान करते हैं।
‘ओपन टू वर्क’ फीचर सक्रिय करते समय अब सदस्य अपना नोटिस पीरियड जोड़ सकते हैं, जिससे वे यह संकेत दे सकें कि नई भूमिका में शामिल होने के लिए वे कितनी जल्दी उपलब्ध हैं, और अपनी अपेक्षित वार्षिक सैलरी दर्ज कर सकते हैं ताकि शुरुआत से ही वेतन संबंधी उम्मीदें स्पष्ट रहें। ये वैकल्पिक फील्ड्स पेशेवरों को शुरुआती चरण में ही पारदर्शिता प्रदान करती हैं, जिससे अनावश्यक या असंगत बातचीत से बचा जा सके। यह जानकारी केवल रिक्रूटर्स (भर्तीकर्ताओं) को दिखाई देगी, भले ही सदस्य का ‘ओपन टू वर्क’ बैज सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित हो।
रुचि आनंद, हेड – टैलेंट एंड लर्निंग सॉल्यूशंस, लिंक्डइन इंडिया, ने कहा, “बिलकुल ट्रैफिक लाइट्स की तरह ही, पेशेवरों द्वारा भेजे गए संकेत — लाल, पीले या हरे — उनके करियर को आगे बढ़ाने में बड़ा अंतर ला सकते हैं। ये अपडेट उसी दिशा में एक कदम हैं, जो नियोक्ताओं और प्रतिभा, दोनों के लिए स्पष्टता और पारदर्शिता को बढ़ाते हैं।”
लाल संकेत: रुकें और सोचें : रिक्रूटर्स तब संदेह करते हैं जब कुछ बातें स्पष्ट नहीं होतीं। नौकरी में गैप्स या छोड़ने का कोई संदर्भ न होना, शुरुआती बातचीत के बाद संपर्क बंद कर देना, या कई ऑफर्स होने पर संवाद से बचना — ये सभी गलत संदेश देते हैं। अपने प्रोफाइल मेंलेऑफ, करियर बदलाव या ब्रेक के बारे में एक छोटा सा स्पष्टीकरण जोड़ना आपकी कहानी को ईमानदारी और स्पष्टता से पेश करने में मदद करता है।
पीला संकेत: स्पष्टता के साथ आगे बढ़ें : स्पष्टता केवल समयसीमा या वेतन तक सीमित नहीं होती, यह आपकी कौशल दिखाने से भी जुड़ी है। वैश्विक स्तर पर, 42% रिक्रूटर्स हर सप्ताह लिंक्डइन पर स्किल्स फ़िल्टर के माध्यम से उम्मीदवार तलाशते हैं। फिर भी, कई योग्य प्रोफाइल सिर्फ इसलिए छूट जाते हैं क्योंकि उनका स्किल्स सेक्शन खाली होता है। अगर आप अपने प्रोफाइल में पांच या उससे अधिक स्किल्स जोड़ते हैं, तो आपके प्रोफाइल के रिक्रूटर्स द्वारा देखे जाने की संभावना 5.6 गुना अधिक हो जाती है।
हरा संकेत: आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें : रिक्रूटर्स तब सबसे अधिक उत्साहित होते हैं जब उन्हें दिशा नज़र आती है। वे उम्मीदवार जो अपनी पसंदीदा भूमिकाओं को स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हैं, अपने प्रोफाइल को आवश्यक विवरणों से अपडेट रखते हैं और ‘ओपन टू वर्क’फीचर सक्रिय करते हैं, उन्हें कॉल बैक मिलने की संभावना कहीं अधिक होती है। वास्तव में, ‘ओपन टू वर्क’ फीचर चालू करने से पेशेवरों कोरिक्रूटर मैसेज मिलने की संभावना लगभग दोगुनी हो जाती है।
रिक्रूटर्स को सही संकेत भेजने के लिए ‘ओपन टू वर्क’ बैज कैसे चालू करें
स्टेप 1: अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर जाएं, “ओपन टू” पर क्लिक करें और “फाइंडिंग अ न्यू जॉब” विकल्प चुनें।
स्टेप 2: अपनी पसंदीदा जॉब टाइटल्स दर्ज करें ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आप किस प्रकार की भूमिका के लिए तैयार हैं।
स्टेप 3: अपना नोटिस पीरियड दर्ज करें, जिससे यह संकेत मिले कि आप नई नौकरी में शामिल होने के लिए कितनी जल्दी उपलब्ध हैं। यह जानकारी केवल रिक्रूटर्स को दिखाई देगी।
स्टेप 4: अपनी अपेक्षित वार्षिक सैलरी की उपयुक्त रेंज डालें ताकि सैलरी संबंधी उम्मीदें शुरुआत से ही स्पष्ट रहें। यह जानकारी भी केवल रिक्रूटर्स को दिखाई देती है।
स्टेप 5: अंत में, यह चुनें कि आपका ‘ओपन टू वर्क’ बैज कौन देख सकता है — केवल रिक्रूटर्स या लिंक्डइन के सभी सदस्य। ‘केवल रिक्रूटर्स’ विकल्प चुनने से आप अपने पूरे नेटवर्क को जानकारी दिए बिना रिक्रूटर्स के रडार पर बने रह सकते हैं।