आज से रेल सफर महंगा

 रेल का सफर अब महंगा हो गया है। किराए में वृद्धि का रेल यात्रियों और रेलवे पैसेंजर समिति ने समय की जरूरत बताते हुए यात्रियों की सुविधाओं में भी इजाफा करने की मांग की है। हालांकि रेल किराए बढ़ाए जाने से यात्रियों में खासा नाराजगी साफतौर पर देखी जा रही है। यात्रियों का मानना है कि वर्षो से रेलवे की हालत जस की तस बनी हुई है। इसमें कोई सुविधा बढ़ी हुई नहीं दिखाई देती है। हालांकि यदि एक नजर बढ़े किराए से मिलने वाली रकम पर डाली जाए तो यह साफ हो जाता है कि इस रकम का काफी बड़ा हिस्सा रेलवे को महज डीजल की कीमत चुकाने के लिए खर्च करना होगा। एक जानकारी के मुताबिक रेलवे को सालाना करीब साढ़े आठ हजार करोड़ लीटर डीजल की जरूरत होती है। ऐसे में बढ़े किराए से मिलने वाले पैसे से सुविधाओं के बढ़ने की उम्मीद न के ही बराबर है। जानकारों का मानना है कि आने वाले कुछ माह बाद रेल मंत्री अपने रेल बजट में एक बार फिर इसमें इजाफा कर सकते हैं।

बाबा फरीद रेलवे पैसेंजर सुधार समिति के चेयरमैन साजान शर्मा ने बताया कि बढ़ती मंहगाई के चलते रेलवे परिचालन में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वोट की राजनीति से चलते न तो यात्री किराए में बढ़ोत्तरी की गई और न ही माल भाड़े में। इसके चलते रेलवे को लगातार नुकसान पहुंच रहा था। कई अहम कार्य अधर में लटके पड़े है।

उन्होंने कहा कि रेल किराया बढ़ाए जाने के साथ रेल विभाग को यात्रियों की सुविधाओं का भी ध्यान रखना होगा, जिससे लोगों को बढ़ा किराया देने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल से रेलगाड़ी से लेकर प्लेटफार्म तक यात्रियों की सुविधाओं पर ध्यान देने की मांग की है।

रेलवे ने हर स्तर के किराए में बढ़ोतरी की है। गौरतलब है कि रेल बजट 2013 पेश होने में लगभग डेढ़ माह बाकी है। बजट से पहले गत दिनों केंद्रीय रेल मंत्री पवन बंसल ने रेलवे के सभी दर्जे के किराए में बढ़ोतरी कर दी है। रेल किराए का सबसे ज्यादा असर दैनिक यात्रियों पर पड़ेगा। न्यूनतम किराया अब 3 की बजाय 5 रुपए होगा जिन स्टेशनों का किराया 6-7 रुपए है उन्हें बढ़ाकर राऊंड फिगर में 10 रुपए कर दिया गया है।

रेलवे ने यात्रियों की जेब पर एक और बोझ लाद दिया है। सुपरफास्ट चार्ज भी 8-9 रुपए की बजाय अब राऊंड फीगर में 10 रुपए होगा। मालूम हो कि एमएसटी धारकों को 8 रुपए व सामान्य टिकट धारकों को 9 रुपए सुपरफास्ट चार्ज देना पड़ता था, लेकिन अब 22 जनवरी से यात्रियों को बढ़ा हुआ सुपरफास्ट चार्ज भुगतान करना होगा।

किस श्रेणी में कितनी बढ़ोतरी :-

-साधारण द्वितीय श्रेणी उपनगरीय में 2 पैसे प्रति किलोमीटर

-साधारण द्वितीय श्रेणी में 3 पैसे पैसे प्रति किलोमीटर

-मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के साधारण द्वितीय श्रेणी के किरायों में 4 पैसे प्रति किलोमीटर

-एसी थ्री टियर 10 पैसे प्रति किलोमीटर

-एसी चेयर कार के किरायों में 10 पैसे प्रति किलोमीटर

-एसी टू टियर के किरायों में 15 पैसे प्रति किलोमीटर

-एसी प्रथम क्लास श्रेणी के किरायों में यह वृद्धि 30 पैसे प्रति किलोमीटर

इसी प्रकार :-

-दिल्ली-मुंबई एसी 3 टियर का किराया 1065 रुपये से बढ़कर 1205 रुपये हुआ।

-दिल्ली-हावड़ा एसी 3 टियर का किराया 1088 रुपये से बढ़कर 1235 रुपये हुआ।

-दिल्ली-मुंबई स्लीपर का किराया 214 रुपये से बढ़कर 270 रुपये हुआ।

-दिल्ली-हावड़ा स्लीपर का किराया 218 रुपये से बढ़कर 280 रुपये हुआ।

-दिल्ली से लखनऊ [वर्तमान]

स्लीपर क्लास के लिए 232 रुपये, एसी-3 में 612 रुपये, एसी-2 में 910 रुपये और एसी-1 के लिए 1560 रुपये।

[बढ़ा हुआ किराया]

स्लीपर के लिए 262 रुरपये, एसी-3 के लिए 661 रुपये, एसी-2 के लिए 959 रुपये और एसी-1 के लिए 1575 रुपये।

-दिल्ली से मुंबई [वर्तमान]

स्लीपर क्लास के लिए 418 रुपये, एसी-3 के लिए 1162 रुपये, एसी-2 के लिए 1810 रुपये और एसी-1 के लिए 3120 रुपये चुकाने पड़ते हैं।

[बढ़ा हुआ किराया]

स्लीपर के लिए 501 रुपये, एसी-3 के लिए 1300 रुपये, एसी-2 के लिए 1948, और एसी-1 के लिए 3161 रुपये।

-दिल्ली से पटना [वर्तमान]

स्लीपर क्लास के लिए 355 रुपये, एसी-3 के लिए 999 रुपये, एसी-2 के लिए 1490 रुपये और एसी-1 के लिए 2555 रुपये।

[बढ़ा हुआ किराया]

स्लीपर के लिए 415 रुपये, एसी-3 के लिए 1099 रुपये, एसी-2 के लिए 1590, और एसी-1 के लिए 2585 रुपये।

-दिल्ली से कोलकाता [वर्तमान]

स्लीपर क्लास के लिए 438 रुपये, एसी-3 के लिए 1219 रुपये, एसी-2 के लिए 1905 रुपये और एसी-1 के लिए 3295 रुपये।

[बढ़ा हुआ किराया]

स्लीपर के लिए 529 रुपये, एसी-3 के लिए 1371 रुपये, एसी-2 के लिए 2057, और एसी-1 के लिए 3340 रुपये।

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