गैंगरेप साबित करने के लिए प्रेमी के दोस्त से बनाए संबंध

चंडीगढ़ से नर्स को अगवा कर गैंगरेप करने के बाद संगत थाना क्षेत्र (बठिंडा) में फेंकने के मामले में नया मोड़ आ गया है। गुरवीर कौर नामक युवती ने दो युवकों रोहताश कुमार और रमेश कुमार के साथ मिलकर यह सारा नाटक रचा था। रोहताश कुमार वही शख्स है, जिसने युवती को सिविल अस्पताल पहुंचाया था। पुलिस नर्स समेत चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।

साजिश का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने बताया कि नर्स जानलेवा हमले के एक मामले में नामजद आरोपी है। इसी मामले में उसका प्रेमी सुनील कुमार न्यायिक हिरासत में है। सुनील की पत्नी ने यह मुकदमा दर्ज कराया था। केस में समझौता कराने की नीयत से उसने सुनील की पत्नी के परिजनों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। पुलिस ने रोहताश कुमार को गिरफ्तार लिया गया है। नर्स भी पुलिस की कस्टडी में है। उसका प्रेमी सुनील कुमार फिरोजपुरजेल में पहले से बंद है। रमेश कुमार की तलाश में पुलिस राजस्थान के संगरिया में गई हुई है।

गौरतलब है कि रविवार शाम को बठिंडा में चलती कार से एक नर्स को सड़क पर फेंक दिया गया था। अस्पताल में नर्स ने बताया था कि चंडीगढ़ के एक अस्पताल में इंटरव्यू देने जाने के दौरान कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था। फिर उसे नशे का इंजेक्शन लगाकर अज्ञात जगह ले गए। वहां दो युवकों ने उससे दुष्कर्म किया। आरोपियों ने उसकी वीडियो फिल्म भी बना ली। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने युवती का झूठ पकड़ लिया।

प्रेमी के दोस्त से बनाए शारीरिक संबंध :-

युवती गुरवीर कौर ने पूरे योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि करवाने के लिए उसने प्रेमी के एक दोस्त से शारीरिक संबंध भी बनाए। वह कभी चंडीगढ़ गई ही नहीं। इंटरव्यू की सारी कहानी भी झूठी थी।

जेल में ही रची साजिश :-

जांच में पता चला कि मोगा की नर्स गुरवीर के फिरोजपुर जेल में बंद सुनील कुमार से रिश्ते हैं। शादीशुदा सुनील कुमार फार्मासिस्ट था। गुरवीर के साथ मिलकर वह अपनी पत्नी को परेशान करता था। मारपीट करने के अलावा वह उसे संक्रमित इंजेक्शन भी दिया करता था। इसके चलते वह एड्स की चपेट में आ गई। उसके पिता ने इस मामले में सुनील और गुरवीर के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस केस में ही सुनील जेल में बंद है, जबकि गुरवीर जमानत पर बाहर थी।

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