नई दिल्ली। भारत को बारह हेलीकॉप्टर बेचने के लिए इटली की कंपनी ने सभी हथकंडों का इस्तेमाल किया था। इन सभी का जिक्र इटली के अभियोजन पक्ष के वकील ने कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों में किया है। इसमें इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड पर आरोप लगाया गया है कि उसने सौदे को अपने हक में करने के लिए पूर्व वायु सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी को पैसे समेत हुस्न और शराब तक का लालच दिया था।
हालांकि एसपी त्यागी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इन्कार किया है। उन्होंने यह माना है कि वह एक बार इस सौदे में शामिल बिचौलिये से मिले थे लेकिन वह भी तब जब वह रिटायर हो चुके थे। उन्होंने इस बात से इन्कार किया है कि उन्होंने इस सौदे के लिए कोई पैसा लिया है।
इटली के जांतकर्ताओं ने त्यागी के रिश्तेदारों जूली, डोस्का और संदीप की पहचान उन मध्यस्थों के रूप में की है, जिन्होंने फिनमेकेनिका को 3600 करोड़ रुपये काहेलिकॉप्टर सौदा दिलाने में मदद की थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि त्यागी परिवार को करीब 70 लाख रुपये की घूस दी गई। इस सौदे के लिए आईडीएस इंडिया नामक कंपनी ने सर्विस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए संबंधित लोगों तक रिश्वत की रकम पहुंचाई थी।
इस संबंध में इटली की कोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक इसमें बिचौलियों की महिला मित्रों का भी सहारा लिया गया था। इन्ही के जरिए एसपी त्यागी के रिश्तेदारों से संपर्क साधा गया। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, इस सौदे के लिए त्यागी परिवार से समझौता हुआ था लेकिन रकम जूली त्यागी को सौंपी गई थी। इसकी शुरुआत वर्ष 2001 में हुई थी। यही वह समय था जब भारतीय वायुसेना ने वीवीआईपी लोगों के लिए हेलिकॉप्टर खरीदे जाने की मांग की थी।
सौदा किए जाने से पूर्व इसकी कुछ शर्तो में बदलाव किया गया था। इसके मुताबिक अगस्ता-वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर 18000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान नहीं भर सकते, जिसे बाद में पंद्रह हजार फीट कर दिया गया था। इसके चलते अगस्ता वैस्टलैंड को यह सौदा मिला। भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ हेलिकॉप्टर की अधिकतम ऊंचाई में उड़ने की क्षमता की शर्त में बदलाव किया, बल्कि इंजन बंद हो जाने की स्थिति में उड़ान की जांच की शर्त जोड़ दी गई।
इसके अलावा पहले किए गए हेलीकॉप्टर के टेंडर में
इटली की कोर्ट में सौंपे गए दस्तावेजों में कहा गया है कि 2005 से 2007 के दौरान जब त्यागी वायुसेना प्रमुख थे, बिचौलियों ने कम से कम छह बार उनसे मुलाकात की। दो बार उनके रिश्तेदारों के ऑफिस में और एक बार बेंगलुरु एयर शो में, जिसका आयोजन हर दो साल पर होता है। इन सभी से उलट पूर्व वायु सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी ने कहा है कि इस सौदे को लेकर किए गए बदलाव उनके बाद हुए और यह सौदा भी उनके पद पर बने रहते हुए नहीं हुआ था।
गौरतलब है कि इस सौदे के तहत इटली को बारह हेलीकॉप्टर की आपूर्ति करनी थी। इनमें से तीन हेलीकॉप्टर की डिलीवरी कंपनी पहले ही कर चुकी है। लेकिन अब इस मामले में फिनमेकेनिका के सीईओ जूसिपी ओरसी के इटली में गिरफ्तार होने के बाद अब इस सौदे पर संकट के बादल छा रहे हैं। भारत इस सौदे के लिए 1200 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर चुका है। लेकिन अब इस सौदे की जांच सीबीआई के हवाले करने के बाद अन्य नौ हेलीकॉप्टरों की खरीद पर रोक लग गई है।
सौदे के कुछ अहम अंश :-
:- 3600 करोड़ रुपये के सौदे के लिए अगस्ता वैस्टलैंड से हुई थी डील।
:- भारत कर चुका है 1200 सौ करोड़ रुपये का भगुतान।
:- अगस्ता वैसटलैंड तीन हेलीकॉप्टरों की कर चुका है आपूर्ति।
:- कुल बारह हेलीकॉप्टरों की होनी थी खरीद।
:- पूर्व सेनाध्यक्ष पर लगा है सत्तर लाख रुपये की रिश्वत का आरोप।
:-इटली में कंपनी का सीईओ गिरफ्तार।
:- भारत ने सौंपी सीबीआई को जांच।
:- एसपी त्यागी से छह से सात बार मिला था बिचौलिया।
:- हेलीकॉप्टर खरीद के लिए टेंडर में किया गया बदलाव।
:- 18 हजार फीट को घटाकर पंद्रह हजार फीट किया गया।