मेरठ। नोएडा से शुक्रवार रात अगवा किए गए मल्टीनेशनल कंपनी के सीईओ रथिन बसु और उनके चालक को मेरठ और नोएडा पुलिस ने संयुक्त अभियान के बाद शनिवार तड़के मेरठ की पांडव नगर कालोनी से बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, अपहरण का मास्टरमाइंड बसपा के पूर्व विधायक के भाई का दामाद है, जो घटना के बाद से दो नौकरों के साथ फरार है। अपहरण पांच करोड़ की फिरौती के लिए हुआ था।
रथिन बसु पावर जनरेशन एंड ट्रांसपोर्ट कंपनी अल्सटाम इंफ्रास्ट्रक्चर के सीईओ हैं। वह नोएडा के सेक्टर 44 में पर्ल गेटवे टावर में रहते हैं। शुक्रवार रात करीब आठ बजे वह सेक्टर 65 स्थित अपने दफ्तर से कार चालक रामबाबू के साथ निकले थे। तभी सेक्टर 71 के पास पीछे से आई वैगनआर कार में सवार बदमाशों ने ओवरटेक करके रथिन बसु और उनके ड्राइवर को गन प्वांइट पर अपनी कार में बिठा लिया। दोनों की आंखों पर पट्टी बांध उन्हें अपहरण्कर्ता मेरठ ले गए। अपहरणकर्ताओं ने बसु के ही मोबाइल से कंपनी के फाइनेंस डायरेक्टर से बात की और उनसे जुड़ी तमाम जानकारियां मांगी, जिससे उन्हें शक हुआ, लिहाजा उन्होंने रात करीब दस बजे इसकी सूचना एसएसपी नोएडा को दी।
रात 11 बजे नोएडा पुलिस को बसु के मोबाइल की लोकेशन मेरठ में मिली। इसके बाद आइजी मेरठ जोन भावेश कुमार सिंह, डीआइजी मेरठ रेंज के सत्यनारायण और एसएसपी मेरठ दीपक कुमार ने सड़कों पर चेकिंग शुरू करा दी। रात करीब एक बजे बसु के मोबाइल की लोकेशन पांडव नगर और संजय नगर के बीच मिली। इसके बाद डीआइजी और एसएसपी ने टीमें बनाकर दोनों कालोनियों की घेराबंदी की। सुबह करीब पौने पांच बजे बसु और उनके चालक को पांडव नगर से सकुशल बरामद करा लिया गया। बदमाश बसु को मुजफ्फरनगर ले जाने की तैयारी कर रहे थे।
अपहरण का मास्टरमाइंड पूर्व बसपा विधायक चंद्रवीर केभाई ब्रजवीर सिंह का दामाद अखंड प्रताप सिंह है, जिसका नोएडा में रेडीमेड गारमेंट्स का शोरूम है। बसु को अखंड की पांडवनगर स्थित कोठी में ही रखा गया था। डीआइजी मेरठ के सत्यनारायण ने बताया कि पूरे केस में अहम भूमिका निभाने वाले फैंटम पुलिस के सिपाही कृष्णपाल और होमगार्ड को पांच हजार का इनाम दिया गया। एसएसपी ने पकड़े गए बदमाशों के नाम नरेश पाल ठाकुर निवासी कमालपुर अलीगढ़, संजू उर्फ भूपेंद्र ठाकुर निवासी बिलौट, बुलंदशहर व नरेंद्र माली निवासी जलालाबाद मुरादनगर के बताए हैं।
फ्रांसीसी कंपनी के सीईओ रथिन बसु के अपहरण की साजिश ट्रांसपोर्टर और गारमेंट कारोबारी अखंड प्रताप ने रची थी। पुलिस का कहना है कि अखंड प्रताप के घर में सीईओ को छिपाया जाना, घटना में उसकी कार का प्रयोग होना व अगवा करने में उसके चालक का होना ही उसके साजिश को बयां कर रहा है। पूछताछ में गिरफ्तार बदमाशों व उसके चालक ने भी अखंड के साजिश रचने की बात स्वीकार की है। पुलिस की टीम अखंड प्रताप की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
सेक्टर-93 के सिल्वर सिटी अपार्टमेंट में रहने वाला अखंड प्रताप गारमेंट कारोबारी व ट्रांसपोर्टर है। सेक्टर-18 में फाजिल गारमेंट नामक एक शोरूम भी है। पुलिस के अनुसार अगवा करने की साजिश रचने का कारण क्या था यह स्पष्ट नहीं है। अखंड पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक पूर्व विधायक का रिश्तेदार भी है। एसएसपी प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि अखंड की भूमिका स्पष्ट है और उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सेक्टर-71 में अगवा करने के बाद जब अखंड का चालक बदमाशों के साथ मेरठ की तरफ निकला, तब से अखंड प्रताप भी अपनी कार से पूरे घटनाक्रम की मॉनिटरिंग कर रहा था। इस दौरान वह लगातार अपने चालक नरेश पाल से मोबाइल से बातें कर रहा था। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल भी खंगाली है।
एलस्टोम कंपनी फ्रांस की बहुराष्ट्रीय कंपनी है। भारत में यह 1911 से काम कर रही है। यह विद्युत उत्पादन व परिवहन बाजार की अग्रणी कंपनी है। एलस्टोम पनबिजली उत्पादन व परमाणु ऊर्जा की सामग्री का निर्माण करता है।