इंदिरा गांधी की हत्यारों के नाम पर यहां मनेगा जश्न

indhra gandhiनई दिल्ली। चंद महीनों पहले ही अकाल तख्त ने इंदिरा गांधी के हत्यारों को सम्मानित किया। इधर दिल्ली में भी अब इनके नाम पर समारोह किया जाएगा। नानकशाही कैलेंडर में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कुछ ऐतिहासिक दिनों को चुना है। इन दिनों में इंदिरा गांधी के हत्यारों के मौत की वर्षगांठ शामिल है। इस कैलेंडर में कुख्यात आतंकी भिंडरवाले की डेथ एनिवर्सरी भी समारोह के रूप में है। इन लोगों की मौत को शहादत का दर्जा दिया गया है। स्वर्ण मंदिर में पिछले दस साल से इन समारोहों का आयोजन होता था।

अब इन विवादित समारोहों को दिल्ली में भी मनाया जा सकता है। दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा है कि वह इन समारोहों के खिलाफ नहीं है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नये अध्यक्ष मंजीत सिंह ने कहा है कि एसजीपीसी पहले से ही इन समारोहों को मनाता रहा है और हम अकाल तख्त से निर्देशित होते हैं तो हमें इन समारोहों को मनाना ही होगा। अकाल तख्त के ज्ञानी गुरुचरण सिंह ने कहा कि भले ही इन लोगों को आतंकी कहे लेकिन हमारे समुदाय के लिए ये लोग शहीद हैं। नानकशाही कैलेंडर में इन विवादित समारोहों को 2003 में एसजीपीसी ने जगह दी थी। इंदिरा गांधी के हत्यारे केहर सिंह, सतवंत सिंह और बेएंत सिंह की मौत को शहादत दिवस के रूप में मनाते हैं। कैलेंडर में अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरवाले और अमरीक सिंह की मौत को भी समारोह के रूप में जगह दी गई है। गौरतलब है कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वालों को सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त सम्मानित भी कर चुका है। अकाल तख्त ने स्वर्ण मंदिर परिसर में हत्यारों के परिजनों को सम्मानित किया था।

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