मुंबई। एक फिल्म के लिए तीन से पांच करोड़ रुपये पाने वाले अभिनेता संजय दत्त जेल में शुरुआती छह महीने करीब 25 रुपये प्रतिदिन कमाएंगे। इस तरह करोड़पति अभिनेता को महीने में 26 दिन काम के बदले मात्र 650 रुपये मिलेंगे।
बालीवुड के सूत्रों का कहना है कि फिल्म के अलावा संजू बाबा एक आभूषण निर्माता समूह का विज्ञापन भी करते हैं। उनकी वर्तमान वार्षिक आय करीब 20 करोड़ रुपये बताई जाती है। जेल में उनकी सालाना कमाई दस हजार रुपये से अधिक नहीं होगी। वह जेल परिसर के अंदर लघु उद्योग की यूनिट में काम करेंगे। उन्हें सिगरेट, गुटखा और शराब से वंचित होना पड़ेगा। उनके एक अभिनेता दोस्त का कहना है कि संजू बाबा ने पिछले कुछ माह से सिगरेट और शराब छोड़ दी है और बहुत अनुशासित जीवन जी रहे हैं। हर सुबह वह जिम जाते हैं और सुबह साढ़े नौ बजे शूटिंग के लिए पहुंच जाते हैं।
महाराष्ट्र की जेल में उन्हें कैदी का लिबास (कुर्ता-पाजामा और टोपी) पहनना होगा। नाम की जगह कैदी नंबर से जाने जाएंगे। दो कंबल, हाथ की बनी एक चटाई, एक तकिया और बिछाने के लिए एक चादर मिलेगी जिसे सोने के लिए वह जमीन पर बिछा सकेंगे। जेल की रसोई घर में वह खाना बनाना सीख सकते हैं। इसके अलावा उन्हें बढ़ईगीरी, लोहारी, कपड़े बुनने या जूते-चप्पल बनाने का काम मिल सकता है। जेल के शुरुआती छह माह अकुशल कामगार माने जाएंगे और प्रतिदिन 25 रुपये मजदूरी पाएंगे वह भी हफ्ते में सिर्फ छह दिन।
छह माह बाद जेल अधिकारी उनके काम की समीक्षा के बाद उन्हें अर्धकुशल कामगार बना सकते हैं और तब उनकी दिहाड़ी बढ़कर 35 रुपये हो जाएगी। इसके बाद जेल के अधिकारी फिर संजय दत्त के काम की समीक्षा करेंगे और वह कुशल कामगार बन सकते हैं। मजदूरी 40 रुपये प्रतिदिन हो जाएगी। पिछली बार जब दत्त जेल में थे तो उन्होंने लकड़ी की एक कुर्सी बनाई थी। तब उन्हें कारपेंट्री अच्छी लगी थी। जेल में रहने के दौरान वह अपने परिवार से पंद्रह सौ रुपये महीना जेब खर्च के रूप में ले सकते हैं और जेल की कैंटीन से वह प्रसाधन या स्नैक्स आदि खरीदने पर उसे खर्च कर सकते हैं। हर माह एक बार परिवार के अधिकतम पांच सदस्यों से 20 मिनट तक मिल सकेंगे।