वाह रे खाकी की मुस्तैदी

uttar-pradesh-police-in-rest-moodकानपुर। बड़ा चौराहा पर तैनात किए गए इन सिपाही जी की मुस्तैदी देखिए। गुमटी के सामने बाइक खड़ा कर अपनी ही धुन में मस्त हैं। राइफल बगल में इस तरह खड़ी कर दी है, मानो अब इसकी कोई जरूरत ही नहीं पडे़गी। दूसरी फोटो फजलगंज की है। दरोगाजी को ट्रैफिक कंट्रोल की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन धूप में अब काम करना मुश्किल हो जाता है, इसलिए पेड़ की छांव में आराम फरमा रहे हैं। तीसरी फोटो हरवंश मोहाल की सुतरखाना चौकी है। टीन शेड लगाकर बनाई गई चौकी खाली पड़ी है और दरवाजे पर बैग लटका दिए गए है। यहां अगर कोई शिकायत लेकर पहुंचता है तो उसे मायूस होकर लौटना पड़ता है।

दूसरे दिन ही खत्म हुई खाकी की मुस्तैदी

प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के जाते ही सारी सुरक्षा व्यवस्था की हवा निकल गई। गुरुवार को चौराहों पर बेरीकेडिंग तो नजर आयी लेकिन पुलिसकर्मी नहीं दिखे। इससे साफ है कि पुलिस ने यह सब अधिकारियों को खुश करने के लिए किया था। बुधवार को प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव और डीजीपी एसी शर्मा शहर में थे तो पुलिस भी हर चौराहे पर पूरी तरह मुस्तैद थी। चौराहों पर पूर्वाह्न 11 बजे से नाकाबंदी कर दी गई थी। बेरीकेडिंग लगाकर प्रत्येक वाहन को रोकना और जांच के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा था। शहरवासियों को भी लगा कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए मुस्तैद है लेकिन दोनों आला अफसरों के जाते ही सुरक्षा व्यवस्था खत्म हो गई। दिनभर की मुस्तैदी के बाद पुलिसकर्मी थानों में आराम फरमाने लगे। दूसरे दिन गुरुवार को शहरवासियों का भ्रम दूर हो गया। मोतीझील, नवीन मार्केट, बजरिया, मालरोड, गोल चौराहा, टाटमिल व कल्याणपुर चौराहों पर बेरीकेडिंग तो दिख रही थी पर सिपाही नदारद थे।

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